धार। पद और अधिकार का दुरूपयोग कर करोड़ों रुपए के घोटाला मामले में मध्यप्रदेश के धार से बड़ी खबर सामने आई है। ढाई सौ करोड़ रुपए के सेंट टेरेसा परिसर घोटाले में पुलिस ने तात्कालिक एसडीएम चंद्रेश कुमार गुप्ता और नगर पालिका के तात्कालिक सब इंजीनियर सुधीर ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है।
मध्यप्रदेश के धार क्षेत्र में हुए इस बड़े मामले में अब तक 16 आरोपियों की गिरफ्तारी की जा चुकी है, वहीं मुख्य आरोपी सुधीर जैन अभी भी फरार है। मामले में उसकी पुलिस तलाश कर रही है। उड़े पकड़ने के लिए पुलिस ने कई जगह छापे भी मारे थे।
इसमें संरक्षण देने वालों पर भी कार्रवाई की जानी है। बता दें कि सेंट टेरेसा परिसर घोटाले में 28 लोग नामजद आरोपी बनाए गए हैं। पुलिस ने रविवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए तात्कालिक एसडीएम चंद्रेश कुमार गुप्ता और नगर पालिका के तात्कालिक सब इंजीनियर सुधीर ठाकुर को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें एक संस्था भी शामिल है।
नियमों के विरुद्ध दी थी भूखंडों की अनुमति
मामले में आवश्यक दस्तावेज नहीं होने के बाद भी निर्माण की अनुमति जारी करने वाले एसडीम ने लाभ के लिए ढाई सौ करोड़ की भूमि में अपने पद और अधिकार का दुरुपयोग कर भूमि व्यपवर्तन और नजूल का अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर दिया था। वहीं आरोपी सुधीर ठाकुर जो कि तात्कालिक सब इंजीनियर पद पर पदस्थ थे। घोटाले में 2008 में उन्होंने सर्वे क्रमांक 29 /2 के भूखंडों की अनुमति नियमों के विरुद्ध दी थी।
जांच में पाई गई दोनों की संलिप्तता
घोटाले के इस जांच पर धार पुलिस अधीक्षक आदित्य प्रताप सिंह ने बताया कि जांच में दोनों की संलिप्तता पाई गई है। पुलिस ने इस प्रकरण में दो और केस पंजीबद्ध किए हैं जिसमें एक फरार आरोपी को संरक्षण देने वालों के खिलाफ धारा 216 के तहत अपराध दर्ज किया है। एसपी ने बताया साथ ही ऐसे सभी लोग जिन्होंने फरार आरोपी सुधीर जैन को संरक्षण दिया है, उन सभी के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
(TNS)