भिलाई। नगर निगम भिलाई के चुनाव संपन्न हो गए हैं। गुरुवार को मतगणना के बाद भिलाई निगम की तस्वीर पूरी तरह साफ हो गई। पूरे चुनाव में कांग्रेस पार्टी का ही जलवा दिखा। वहीं भाजपा के दिग्गजों का जीत के लिए काफी इंतजार करना पड़ा। कांग्रेस के लिए भिलाई निगम का चुनाव कभी न भूलने वाला चुनाव होगा। लगातार तीसरे साल यहां कांग्रेस का महापौर होगा। वहीं इस चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशियों का प्रदर्शन भी हैरान कर देने वाला रहा। कांग्रेस प्रत्याशियों को कहीं 2 हजार से ज्यादा के अंतर से जीत मिली तो कहीं जीत का अंतर महज एक वोट रहा।
भिलाई निगम चुनाव में सर्वाधिक मतों के अंतर से जीतने का रिकार्ड वार्ड 12 रानी अंवती बाई चौक कोहका रहा। यहां से कांग्रेस के गिरिवर बंटी को रिकार्ड 3948 वोट मिले। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी गोपाल साहू को 2358 वोटों के बड़े अंतर से हराया। इसी प्रकार वार्ड 7 से आदित्य सिंह ने भी बड़ी जीत दर्ज की। उन्होंने भाजपा प्रत्याशी रमेश अग्रवाल को 1812 मतों के अंतर से हरा दिया। इसी प्रकार वार्ड 59 सेक्टर 5 पश्चिम से एकांश बंछोर ने दो बार के विजेता रहे भाजपा के शिवप्रकाश शिबू को 1660 मतों के अंतर से हराया। इन तीनों प्रत्याशियों का जिक्र इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यह सभी पहली बार चुनाव लड़ रहे थे। पहली बार में ही इतनी बड़ी जीत हासिल करना बड़ी उपलब्धि है। इसी प्रकार के कांग्रेस के दिग्गज पार्षद नीरज पाल ने भी अपने वार्ड से भाजपा की शैलबाला साहू को रिकार्ड मनों से हराया। नीरज पाल ने 1507 मतों के अंतर से जीत दर्ज की। वार्ड 66 से कांग्रेस के लक्ष्मीपति राजू ने भाजपा के लल्लन यादव को 1519 मतों से मात दी है।
भाजपा में चमके दया सिंह
भले ही यह चुनाव भाजपा के लिए बुरे सपने की तरह हो लेकिन इस बार वार्ड 44 से प्रत्याशी बनाए गए बोल बम सेवा समिति के अध्यक्ष दया सिंह के रिकार्ड बनाया। इस चुनाव में सर्वाधिक मतों के अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी मंगल को हराया। दया सिंह को 1688 वोट मिले और कांग्रेस प्रत्याशी मंगल को 707 वोट। इस प्रकार दया सिंह ने 981 के बड़े अंतर से कांग्रेस प्रत्याशी को हराया। यहां वार्ड 3 से निर्दलीय प्रत्याशी हरिओम तिवारी का जिक्र भी अहम है। कभी भाजपा का चेहरा माने जाने वाले हरिओम ने इस बार भाजपा से टिकट की मांग भी नहीं। निर्दलीय चुनाव लड़ने के साथ ही हरिओम ने भाजपा व कांग्रेस प्रत्याशी को पछाड़ दिया। हरिओम तिवारी ने इस वार्ड से निर्दलीय प्रत्याशी आनंद कुमार को 532 वोटों के अंतर से हरा दिया।
भाजपा के दिग्गज चेहरों के पसीने छूटे
इधर भाजपा के दिग्गज प्रत्याशियों के पसीने छूट गए। आरक्षण की चपेट में आने के बाद पियुष मिश्रा ने वार्ड 38 से चुनाव लड़ा। इस वार्ड से पियुष को पहले राउंड में लीड मिलने के बाद तीन राउंड में पिछड़ गए थे। इसके बाद पांचवे व अंतिम राउंड में इन्हें निर्णायक लीड़ मिली। इसके बाद कांग्रेस प्रत्याशी ने रिकाउंटिंग भी कराई फिर भी पियुष मिश्रा को यहां से 29 वोटों से जीत मिली। यही हाल रिकेस सेन का भी रहा। शुरू से पीछे चलने के बाद रिकेश को अंतिम दो बूथ में निर्णायक बढ़त मिली जिससे वे जीते। इस बार इनके जीत का अंतर महज 141 वोट रहे। इसी प्रकार भाजपा के श्याम सुंदर राव भी महज 128 वोटों के अंतर से जीत पाए। वार्ड 19 से कांग्रेस के दिग्गज प्रत्याशी राजेन्द्र अरोरा निर्दलीय प्रत्याशी रामानंद मौर्या से 272 मतों के अंतर से हार गए।
एक वोट से जीती कांग्रेस प्रत्याशी
भिलाई निगम में एक वार्ड ऐसा भी रहा जहां हार का अंतर महज एक वोट रहा। वार्ड 56 से भाजपा प्रत्याशी जे ललिता को कांग्रेस प्रत्याशी साधन सिंह ने मात्र 1 वोट के अंतर से हरा दिया। भाजपा प्रत्याशी को 1198 वोट मिले और कांग्रेस प्रत्याशी को 1199 वोट। इसी प्रकार वार्ड 64 से भाजपा प्रत्याशी उपासना साहू को कांग्रेस प्रत्याशी अभस सोनी ने रिकाउंटिंग में 5 मतों से हराया। इस वार्ड से पहले उपासना साहू को विजेता घोषित किया गया था। इन दोनों वार्डों की भाजपा प्रत्याशियों ने मतगणना में धांधली का आरोप भी लगाया है।