रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा का शीतकालीन सत्र 13 दिसंबर से शुरू होगा, जो 17 दिसंबर तक चलेगा। पांच दिनों चलने वाले बारहवें सत्र में कुल चार बैठकें होंगी। सत्र के पहले दिवंगत विधायकों, सांसदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी। इसमें देवव्रत सिंह, पूर्व सांसद गोविंद अनुरागी, पूर्व राज्यमंत्री राजिंदरपाल भाटिया, पूर्व संसदीय सचिव युद्धवीर सिंह जूदेव, अविभाजित मध्यप्रदेश में राज्यमंत्री रहे मूलचंद खंडेलवाल, अविभाजित मध्यप्रदेश में विधायक रहे मनुराम कक्ष और 8 दिसंबर को हेलीकाप्टर दुर्घटना में शहीद हुए सीडीएस जनरल विपिन रावत सहित 12 शहीदों को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
छाएगा कवर्धा में हुई हिंसा
सत्र हंगामेदार रहने के आसार हैं। पांच दिनों चलने वाले सत्र के लिए विधायकों ने कुल 755 सवाल लगाए हैं। जिसमें जल-जीवन मिशन में गड़बड़ी, धान खरीदी और बारदाने की कमी सहित कवर्धा में हुई हिंसा, वन विभाग में वरिष्ठों को दरकिनार कर कनिष्ठों को प्रभार देने संबंधी सवालों पर बीजेपी सरकार से जवाब मांगेगी।
मुख्य सचिव ने तैयारियों की समीक्षा की
इधर कुछ दिनों पहले पांच दिनों तक चलने वाले सत्र की तैयारियों के संबंध में मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने विभागीय वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक ली थी। बैठक में मुख्य रूप से सत्र के दौरान विभागीय प्रकोष्ठ का गठन एवं नोडल अधिकारी की नियुक्ति, सत्र के दौरान प्रस्तुत होने वाले विधेयकों की पूर्व तैयारी, लंबित आश्वासनों के उत्तर, विधानसभा के पटल पर रखे जाने वाला पत्रकों की तैयारी, स्थगन प्रस्ताव, ध्यनाकर्षण सूचना, याचिकाओं, शून्य काल की सूचनाएं, विधानसभा की विभिन्न समितियों के प्रतिवेदनों पर त्वरित कार्यवाही, सत्र के दौरान चर्चा के संभावित विषयों की तैयारी, लोक महत्व के विषयों पर चर्चा की तैयारी, पालन प्रितवेदन सहित अन्य बिंदुओँ पर चर्चा की गई।
(TNS)