रायपुर। राजधानी में आयोजित धर्म संसद (Dharma Sansad) के समापन के दौरान महात्मा गांधीजी (Mahatma Gandhi) पर विवादित बयान देने के बाद संत कालीचरण (Sant Kalicharan) ने कहा कि गांधी को गाली देने का मुझे नहीं है। मुझे मृत्युदंड भी स्वीकार है। गोडसे को मेरा साष्टांग प्रणाम है। बता दें कि रायपुर की धर्म संसद में महात्मा गांधी के लिए मंच से अपशब्द बोल कर कालीचरण महाराज फरार हो गए थे।
इस बयान के बाद उनके खिलाफ रायपुर पुलिस (Raipur Police) ने दो एफआईआर (FIR) दर्ज की है। इसके बाद संत कालीचरण ने इस पूर मामले में अपना पक्ष रखते हुए एक वीडियो जारी किया है।
वीडियो में ये कहा संत कालीचरण ने
उन्होंने कहा कि गांधी को अपशब्द कहने के लिए मुझ पर एफआईआर हुई है। उसका मुझे कोई पश्चाताप नहीं है। मैं गांधी से नफरत करता हूं, मेरे हृदय में गांधी के प्रति तिरस्कार है। अपने ताजा बयान में कालीचरण ने गोडसे को महात्मा बताते हुए कहा है कि मैं गोडसे को कोटि-कोटि नमस्कार करता हूं, उनके चरणों में मेरा साष्टांग प्रणाम है।
कालीचरण जैसे लोग आरएसएस के विचारधारा से प्रभावितः मरकाम
इस पूरे मामले में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम ने कहा कि पाखंडी कालीचरण ने राष्ट्रद्रोह का काम किया है। उसने महात्मा गांधी पर नहीं, भारत की आत्मा पर प्रहार करने का काम किया है। गांधी जयंती पर खादी खरीदने की नौटंकी करने वाले भाजपाइयों के मुंह से कालीचरण के लिए निंदा के एक शब्द भी नहीं फूटा।
अकोला नगर निगम चुनाव में कालीचरण महाराज ने आजमाई थी किस्मत
कालीचरण महाराज ने 2017 में हुए अकोला नगर निकाय चुनाव में पार्षद पद के लिए किस्मत आजमाई थी। यह वार्ड नंबर दस ‘डी’ में है। हालांकि इस चुनाव में कालीचरण महाराज की हार हुई थी। 2019 के विधानसभा चुनाव में अकोला पश्चिम निर्वाचन क्षेत्र से उनकी उम्मीदवारी ने बड़ी चर्चा की थी। हालांकि, उन्होंने चुनाव नहीं लड़ा। उनका कहना है कि भविष्य में वह गोरक्षन, ‘गो’ सेवा जैसे रचनात्मक कार्य करेंगे।
(TNS)