रायपुर। महात्मा गांधी को लेकर टिप्पणी किए जाने पर निलंबित किए गए सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे के समर्थन में अब भाजपा नेत्री व नगर निगम रायपुर के वार्ड 10 से पार्षद विश्वाधिनी पांडे भी आ गई है। उन्होंने आज अपने फेसबुक वॉल पर रायपुर के सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे के निलंबन पर कांग्रेस सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि मैं भी करमचंद को राष्ट्रपिता नहीं मानती।
बता दें कि रायपुर के सहायक खाद्य अधिकारी संजय दुबे को विभाग द्वारा निलंबित कर दिया गया है। महात्मा गांधी को लेकर उनके द्वारा की गई टिप्पणी को देखते हुए उन पर यह कार्यवाही की गई। संजय दुबे के फेसबुक अकाउंट पर उन्होंने पीयूष कुमार नाम के व्यक्ति को पोस्ट पर रिप्लाई दिया था। रिप्लाई में उन्होंने महात्मा गांधी को लेकर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था गांधी कोई राष्ट्र नहीं ना ही इस देश का बहुमत उनको राष्ट्र का पिता मानता है। उन्होंने यह भी लिखा था यह संवैधानिक पद नहीं है। वहीं इस पोस्ट में उन्होंने महात्मा गांधी को लाखों देशवासियों की हत्या का जिम्मेदार भी बताया। इस पोस्ट के बाद ही संजय दुबे पर विभागीय कार्यवाही हुई। जबकि बाद में संजय दुबे ने इस पोस्ट उनके द्वारा नहीं की जाने की बात कही। उन्होंने कहा कि फेसबुक हैक कर लिया गया है।
इधर संजय दुबे पर कार्रवाई को लेकर अलग-अलग प्रतिक्रियाएं आ रही है। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने भी इसे लेकर सवाल उठाए थे। इसी कड़ी में नगर पालिक निगम रायपुर के वार्ड क्रमांक 10 रानी लक्ष्मीबाई वार्ड से भारतीय जनता पार्टी की पार्षद विश्वाधिनी पांडे ने संजय दुबे के समर्थन में पोस्ट लिखा। उन्होंने लिखा कि संजय दुबे जी के साथ लोकतांत्रिक देश का प्रत्येक स्वतंत्र व्यक्ति है। इस व्यक्ति के साथ अन्याय हुआ है। मैं भी करमचंद को राष्ट्रपिता नहीं मानती विभाजन का दोषी मानती हूं। एक शासकीय सेवक पर अत्याचार करके कांग्रेस ने अपनी तानाशाही दिखला दी है। पार्षद पांडे ने यह भी लिखा कि कांग्रेस ने राष्ट्रपिता, राष्ट्रीय चाचा, राष्ट्रीय दीदी, राष्ट्रीय जीजा, राष्ट्रीय बेटा और राष्ट्रीय मेम थोप दिया है। चमचे और सेक्यूलर इन्हें अपना आदर्श माने हम नहीं मानते।