नई दिल्ली (new delhi)। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) और गोवा (Goa) जैसे राज्य तो टीकाकरण (vaccination) की दूसरी खुराक उपलब्ध कराने के मामले में शत प्रतिशत लक्ष्य (target) हासिल करने के बेहद करीब हैं। वहीं झारखंड (Jharkhand) की स्थिति सबसे खराब (To all Bad) है। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में पहली खुराक की स्थिति 83.2% तक पहुंच चुकी है, लेकिन दूसरी खुराक लेने वालों की स्थिति काफी कमजोर (weak) है। केवल 47.2% लोगों ने ही दूसरी खुराक ले पाए हैं। ऐसे में अब तक दो लहर झेल चुके देश में तीसरी लहर (third wave) का खतरा बरकरार है।
केंद्र की बढ़ी चिंता
कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के बढ़ते खतरे के बीच विपक्ष शासित (opposition ruled) राज्यों (states) में टीकाकरण (vaccination) की धीमी रफ्तार चिंता बढ़ा रही है। टीकाकरण अभियान में विपक्ष शासित राज्य भाजपा शासित राज्यों के मुकाबले कहीं ठहरते नहीं दिखते।
विपक्षशासित राज्यों में 90 फीसदी लोगों को खुराक नहीं
हालत यह है कि महीनों से जारी इस अभियान के बावजूद एक भी विपक्षशासित राज्य 90 फीसदी लोगों को भी टीके की पहली खुराक उपलब्ध नहीं करा पाया है। इन राज्यों में टीके की दूसरी खुराक का आंकड़ा 50 फीसदी से भी कम है।
भाजपा शासित दो राज्यों में पहली खुराक का शत-प्रतिशत लक्ष्य हासिल
इसके उलट, भाजपा शासित दो राज्यों ने पहली खुराक का शत प्रतिशत लक्ष्य हासिल किया है तो अन्य राज्य इस लक्ष्य के बेहद करीब हैं। भाजपा शासित सभी राज्य टीके की दूसरी खुराक के मामले में भी कांग्रेस शासित राज्यों से बेहद आगे हैं।
झारखंड में पहली खुराक की स्थिति ही कमजोर
टीकाकरण मामले में झारखंड की स्थिति सबसे खराब है। इस राज्य में अब तक करीब 66 फीसदी लोगों को ही टीके की पहली खुराक मिली है। दूसरी खुराक की पहुंच महज 30.8 फीसदी ही है। दूसरी तरफ, भाजपाशासित राज्यों में पहली खुराक के मामले में सबसे पीछे रहने वाले त्रिपुरा में भी 80 फीसदी से ज्यादा का टीकाकरण हो चुका है।
क्यों चिंतित है सरकार
अब तक दो लहर झेल चुके देश में तीसरी लहर का खतरा बरकरार है। अगर तीसरी लहर आई तो विपक्ष शासित राज्यों में टीकाकरण की सुस्त रफ्तार से स्थिति विकट हो सकती है। खासतौर पर कोरोना के नए स्वरूप ओमिक्रॉन के सामने आने के बाद सरकार में हलचल है।
मांग के अनुरूप टीके उपलब्ध
खुद प्रधानमंत्री ने बैठक कर इसके प्रति राज्यों को आगाह किया है। सरकार ने कई बार कहा है कि देश में टीके की उपलब्धता की कमी जैसा कोई मामला नहीं है। राज्यों को मांग के अनुरूप टीके उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
टीकाकरण की स्थिति
विपक्ष शासित राज्य
राज्य पहली खुराक दूसरी खुराक
झारखंड 66.2% 30.8%
पंजाब 72.5% 32.8 %
तमिलनाडु 78.1% 42.65%
महाराष्ट्र 80.11% 42.5%
छत्तीसगढ़ 83.2% 47.2%
राजस्थान 84.2% 46.9%
पश्चिम बं. 86.6% 39.4%
भाजपा शासित राज्य
राज्य पहली खुराक दूसरी खुराक
हिमाचल प्रदेश 100% 91.9%
गोवा 100% 87.9%
गुजरात 93.5% 70.3%
उत्तराखंड 93.0% 61.7%
एमपी 92.8% 62.9%
कर्नाटक 90.9% 59.1%
हरियाणा 90.04% 48.3%
असम 88.9% 50%
त्रिपुरा 80.5% 63.5%
देश में 8,309 नए संक्रमित मिले
देश में सोमवार तक कोविड-19 के 8,309 नए मरीज मिले। पिछले 24 घंटे के मुकाबले नए मामले 1,832 कम रहे। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार अब तक कुल 3,45,80,832 लोगों में कोविड-19 हुआ है। मौजूदा संक्रमितों की संख्या घटकर 1,03,859 रह गई है जो पिछले 544 दिन में सबसे कम है।
236 नई मौतें
वहीं 236 नई मौतों के साथ मृतकों की कुल संख्या 4,68,790 पहुंच गई है। इनमें से 159 की मौतें अकेले केरल में और 33 महाराष्ट्र में दर्ज हुई हैं। देश में कुल 4,68,790 नागरिक कोरोना से मारे गए हैं। देश में अब तक 122.41 करोड़ टीके के डोज दिए जा चुके हैं।
22 हजार 247 सैंपलों में 16 नए संक्रमित मिले
छत्तीसगढ़ में 29 नवंबर की स्थिति में 22 हजार 247 सैंपलों की हुई जांच में प्रदेश की औसत पॉजीविटी दर 0.07 प्रतिशत है। वहीं 16 नए संक्रमित पाए गए हैं। वहीं कोरोना से किसी की मौत नहीं हुई है। दुर्ग, बिलासपुर, कोरबा व मुंगेली से एक-एक कोरोना संक्रमित पाए गए हैं।
(TNS)