पेंड्रा। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के गौरेला (Gaurela) पेण्ड्रा (Pendra) क्षेत्र में बड़ी घटना घटी है। हाथियों ने पुलिस अधीक्षक (Superintendent of Police) त्रिलोक बंसल पर हमला कर दिया। इस हमले में एसपी के साथ उनकी पत्नी भी गंभीर रूप से घायल हो गई हैं। प्राथमिक उपचार के बाद बेहतर इलाज के लिए उन्हें बिलासपुर के लिए रेफर किया गया है। गौरेला, पेंड्रा, महवाही ((Marwahi) की एएसपी अर्चना झा ने इसकी पुष्टि की है।
जानकारी अनुसार अधिकारी बंसल ने अमारू के जंगल में हाथियों को देखने के लिए पत्नी श्वेता बंसल के साथ गए थे। इसी दौरान घटना घट गई। हमले में पति-पत्नी दोनों गंभीर रूप से जख्मी हैं। जानकारी अनुसार एसपी के सिर पर गंभीर चोट है। उन्हें जिला गौरेला के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां से उन्हें बिलासपुर के लिए रेफर कर दिया गया है। चिकित्सकों के अनुसार फिलहाल उनकी स्थिति खतरे से बाहर है। जिला प्रशासन और पुलिस प्रशासन की टीम इस दौरान मौजूद रहे।
बाहर हाथी नहीं दिखा तो जंगल के अंदर चले गए
मिली जानकारी के अनुसार, बीते 3 दिनों से मरवाही वन मंडल के पेंड्रा वन परिक्षेत्र के अमारू वन बीट में 14 हाथियों का दल आया हुआ था। हाथियों के आने की सूचना पर पुलिस अधीक्षक त्रिलोक बंसल अपनी पत्नी श्वेता बंसल के साथ उन्हें देखने निकले। जंगल में विचरण कर रहे हाथी जब बाहर से नजर नहीं आए, तो एसपी अपनी पत्नी व कुछ पुलिस जवान साथ वन विभाग के कर्मचारी व स्थानीय ग्रामीणों को लेकर जंगल के भीतर जा घुसे।
इंसान को नजदीक पाकर हमलावर हो गए हाथी
इस दौरान जंगल में हाथियों के नजदीक ना जाने की हिदायत हाथी निगरानी दल ने पुलिस अधीक्षक को दी, लेकिन वे चेतावनी को नजरअंदाज करते हुए हाथियों के करीब जा पहुंचे। इंसान को अपने नजदीक पाकर हाथियों का दल आक्रामक होकर हमलावर हो गया। स्थिति को भांपते हुए पुलिस अधीक्षक पत्नी को लेकर भागने लगे। इसी दौरान एक बड़ा नर हाथी उन तक पहुंच गया और एसपी पर हमला कर दिया। इधर हाथी निगरानी दल एवं वन कर्मियों ने हल्ला मचाकर हाथी को भगाया, जिससे बड़ा हादसा होने से टल गया।
घटना के दौरान थे मौजूद थे 40-42 लोग
मामले में वन मंडल मरवाही के डीएफओ संजय त्रिपाठी ने घटना की जानकारी दी है। उन्होंने बताया कि लंच के बाद एसपी साहब पत्नी के साथ हाथी देखने निकले थे। उनके साथ गनमैन, एसआई और चार कांस्टेबल और वन विभाग से दो बीटगार्ड रमेश रजक व प्रकाश बंजारे के नेतृत्व में चार चौकीदार, आठ स्टाफ और ग्रामीणों सहित 40-42 लोग थे।
मनुष्य को देखकर गुस्सा हो जाते हैं मत जाइए, पर..
डीएफओ त्रिपाठी ने आगे बताया कि हम हाथियों की निगरानी करते रहते हैं कि ये गांव के आसपास आए तो ग्रामीणों को अलर्ट करें। गांव के 2318 कंपर्टमेंट में हाथी थे। इसी दौरान मैडम वीडियो बना रही थी। एक ग्रामीण ने कहा यहां से अच्छा दिख रहा है। गार्ड ने मना किया कि आगे मत जाओ खतरा है। मनुष्य को देखकर वे नाराज होते हैं। इतने में मैडम आगे बढ़रही थी तो गार्ड ने टोकते हुए कहा अभी पेड़ की आड़ है इसलिए वे सीधे नहीं देख पाते। दो बार अटेक कर चुके हैं। पर भी वे उत्सुकतावश वे आगे बढ़ गईं। इसी दौरान हाथी की नजर लोगों पर पड़ गई और वह दौड़ लगा दिया। लोग भागने लगे। हाथी भी चले गए।
..और फिर एसपी व उनकी पत्नी हाथी के पहुंच में आ गए
डीएफओ त्रिपाठी ने बताया यह बात फोन से स्टाफ ने बताया और कहा सब ठीक है, आप लोग लेने आइए और फोन कट गया। डीएफओ ने कहा इस दौरान स्टाफ का लोकेशन चेंज हो गया था। फोन नहीं लग रहा था। इसी दौरान घटना घटी। हाथी लोगों की ओर फिर बढ़ा तो वन विभाग के गार्ड ने जोर-जोर से हल्ला किए। उन्हें भगाने के लिए रखे मसाला व अन्य चीजों को हाथी की तरफ फेंका, तो वे जंगल की ओर जाने लगे। इसी दौरान एक हाथी लोगों की तरफ दौड़ पड़ा। उनकी पहुंच में एसपी व उनकी पत्नी आ गए और घटना हो गई।
(TNS)