रायपुर। माता कौशल्या के मंदिर में पहली बार हो रहे ऐतिहासिक चंदखुरी दीपोत्सव कार्यक्रम की तैयारी राजीव मितान क्लब के सदस्यों ने सुबह मंदिर की साफ-सफाई से शुरू कर दी थी। क्लब के सदस्यों ने ग्रामीणों के सहयोग से मंदिर परिसर की साफ-सफाई के बाद पानी से परिसर की धुलाई की। इसके बाद माता कौशल्या की पूजा-अर्चना की गई।
माता कौशल्या मंदिर में हो रहे भव्य आयोजन को देखते हुए ग्रामीण भी अपना सहयोग देने पहुंचे। ग्रामीण भजन मंडली द्वारा शुरू किए गए सुंदरकांड के पाठ में शामिल हुए। इसके बाद दीपोत्सवक की तैयारी में सहयोगी बने। दीपक सजाने का काम करने के साथ ही दीपकों में तेल और बाती सजाई गई। इसमें राजीव मितान क्लब के सदस्यों के साथ चंदखुरी के बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक ने भागीदारी की। मंदिर के प्रवेश द्वार से लेकर, सीढ़ियों, चबूतरों आदि पर दीपक सजाए गए। माहौल को राममय बनाने के लिए पूरे चंदखुरी में माइक के माध्यम से राम भजन चलाए गए। इससे गांव में प्रवेश करते ही अयोध्या में पहुंचने का आभास हो रहा था।
दीपोत्सव की तैयारी के साथ-साथ कन्या भोज और भंडारा भी चलता रहा। इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। प्रसाद के रूप में हलवे का वितरण किया गया। ग्रामीणों के अनुसार मंदिर में इस ऐतिहासिक आयोजन से पूरे गांव में रौनक दिखाई दे रही है। मंदिर के बाहर दुकान लगाने वाले भी इस आयोजन से प्रसन्न नजर आए। उन्होंने उम्मीद जताई कि चंदखुरी धाम में हो रहे इस आयोजन से भविष्य में यह एक बड़ा तीर्थ बन जाएगा। अब तक उपेक्षा का शिकार रहे चंदखुरी में अब उम्मीद का सूरज दिखाई दे रहा है।
(TNS)