रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के मैदानी हिस्से से मानसून की वापसी शुरू हो गई है। देश के उत्तर-पश्चिमी हिस्से में देर से शुरू हुई मानसून की वापसी ( Withdrawal of Monsoon) ने रफ्तार तेज कर दी। कल तक उत्तर और उत्तर-पूर्वी हवा छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर तक पहुंच गई है। हवा की दिशा बदलना ही मानसून की वापसी ( Withdrawal of Monsoon) है, यानी उत्तरी छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) के अंबिकापुर और आसपास से मानसून विदा होने लगा है। हालांकि बाकी हिस्से में मानसून अभी सक्रिय है। मौसम विभाग (Meteorological Department) के अनुसार अगले एक-दो दिन में छत्तीसगढ़ के कुछ और हिस्से से मानसून लौटने लगेगा। हफ्तेभर में मध्य और दक्षिणी छत्तीसगढ़ से वापसी हो जाएगी, लेकिन इससे पहले, रविवार को मध्य छत्तीसगढ़ के मैदानों और बस्तर में बारिश की संभावना है।
छत्तीसगढ़ में 10 अक्टूबर से मानसून की वापसी ( Withdrawal of Monsoon) शुरू होती है और 15 अक्टूबर तक बस्तर से इसकी विदाई हो जाती है। इस साल उत्तर-पश्चिम भारत से ही मानसून की वापसी करीब 17 दिन देर से शुरू हुई। उत्तर-पूर्वी हवा धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी। शुक्रवार की रात और शनिवार सुबह तक शुष्क हवा सरगुजा और बिलासपुर सम्भाग के कुछ हिस्से से मानसून की वापसी शुरू हो गई है। मौ
लालपुर मौसम केंद्र (Lalpur Meteorological Station) के मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा के अनुसार उत्तर अंडमान समुद्र और उसके आसपास एक चक्रवात है। यह अगले 48 घंटे में कम दबाव के क्षेत्र में बदलने की संभावना है। इससे प्रदेश में कल 10 अक्टूबर को एक-दो जगहों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने या गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है।
TNS