बिलासपुर। भाजपा (BJP) के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश सरकार (Government of Madhya Pradesh) के पूर्व मंत्री मूलचंद खंडेलवाल का आज सुबह 84 साल की उम्र में निधन हो गया। वे लंबे समय से अपोलो अस्पताल में भर्ती थे। उनके पुत्र संजय खंडेलवाल ने बताया कि अंतिम संस्कार आज ही किया जाएगा। मूलचंद खंडेलवाल (Moolchand Khandelwal) का जन्म 1937 में हुआ था। उनकी पहचान अविभाजित मध्यप्रदेश में मुल्लू भैया के रूप में थी। राजनीति में खुद उत्साही थे और कार्यकर्ताओं में जोश भर देते थे।
मूलचंद खंडेलवाल ने बिलासपुर में कांग्रेस के गढ़ को 1990 में पहली बार ढहाया था और विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। उन्होंने कांग्रेस के बीआर यादव को शिकस्त दी थी। इस जीत की एवज में उन्हें अविभाजित मध्यप्रदेश में मंत्री पद की जिम्मेदारी दी गई थी। वे सुन्दरलाल पटवा सरकार में खाद्य राज्य मंत्री बनाए गए थे। हालांकि, इसके बाद वे चुनाव नहीं जीत सके। इसके कारण उन्हें टिकट नहीं दिया गया।
पार्षद से शुरू किया था राजनीतिक जीवन
साल 2008 के चुनाव में कोटा सीट से 18 उम्मीदवार खड़े हुए थे, लेकिन 16 की जमानत जब्त हो गई थी। 17वें उम्मीदवार भाजपा के मूलचंद खंडेलवाल 9811 वोटों से हार गए थे। खंडेलवाल जनसंघ के समय से सक्रिय थे और गोल बाजार वार्ड के पार्षद पद से राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी।