नई दिल्ली (TNS DESK)। होम लोन की कम ब्याज दरों, आईटी और इससे जुड़े सर्विस सेक्टर में नौकरियां बढ़ने का सकारात्मक रियल एस्टेट सेक्टर में भी दिखने लगा है। इस जुलाई से सितंबर की तिमाही में देश के 7 प्रमुख शहरों में घरों की बिक्री में दोगुना उछाल आया है। इस दौरान 62,800 यूनिट्स की बिक्री हुई। अच्छी बात यह है कि इस तिमाही घरों की बिक्री प्री-कोरोना स्तर से ज्यादा हुई है।
प्रॉपर्टी कंसल्टेंट एनारॉक की घरों की बिक्री को लेेकर जारी रिपोर्ट के मुताबिक, सात प्रमुख शहरों में एक साल पहले यानी 2020 की समान तिमाही में 29,520 यूनिट्स और पिछली तिमाही अप्रैल-जून 2021 में 24,560 घरों की बिक्री हुई थी। कोरोना के पहले यानी जुलाई-सितंबर 2019 की तिमाही में 55,080 और 2018 की इसी तिमाही में 52,130 यूनिट्स बिकी थीं। एनारॉक की रिपोर्ट दिल्ली-एनसीआर, मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन (एमएमआर), चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरू, हैदराबाद और पुणे में घरों की बिक्री पर आधारित है।
रिपोर्ट के मुताबिक, घरों की कीमतों में भी 3 फीसदी तक का इजाफा हुआ है। जुलाई-सितंबर 2021 तिमाही में इसके भाव पिछले साल की समान तिमाही में 5,600 रुपए वर्ग फुट से उछलकर 5,760 रुपए वर्ग फुट तक पहुंच गए। एनारॉक ने देश के सात प्रमुख शहरों में सालाना आधार पर 30% उछाल के साथ 1,79,527 घरों की बिक्री का अनुमान लगाया था। पिछले साल 2020 में 1,38,344 घरों की बिक्री हुई थी। कोरोना से पहले वर्ष 2019 में सात प्रमुख शहरों में 2,61,358 घर बिके थे।
इन वजहों से बढ़ी घरों की बिक्री
- एनारॉक के प्रमुख अनुज पुरी के मुताबिक, आईटी और आईटीईएस सेक्टर में ग्रोथ से बड़े पैमाने पर हाउसिंग डिमांड निकल रही है।
- जॉब सिक्योरिटी और आईटी/आईटीईएस व फाइनेंशियल सेक्टर में नौकरियां बढ़ने में तेजी के साथ ही रिकॉर्ड निचले स्तर पर होम लोन की दरों के चलते भी घरों की मांग में बढ़ी है।
- खुद का घर हो, इस सेंटीमेंट के मजबूत होने से भी बिक्री बढ़ी।
- वर्क फ्रॉम होम के बढ़ते चलन ने पूरे हाउसिंग सेक्टर में डिमांड बढ़ा दी है। अब लोग बड़े फ्लैट या बड़े मकान पसंद कर रहे हैं।
- वैक्सीनेशन की तेज रफ्तार के चलते भावी ग्राहकों तेजी से साइट विजिट करने लगे हैं। इससे भी घर खरीदी बढ़ी है।