KAWARDHA. जिले के दुर्जनपुर गांव में एक नवजात बच्चे का सोने के दौरान घर से अपहरण का सनीसनीखेज मामला सामने आया है। सूचना के बाद पुलिस ने 24 घँटे के भीतर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। बच्चे के अपहरण की कहानी सुनकर शायद आपकी आंखे भी नम हो जाएंगी। लेकिन जुर्म तो जुर्म होता है उसके लिए उसे सजा तो जरूर मिलेगी।
दरअसल, अपनी सूनी गोद को भरने के लिए और अपने हृदय को ममतामई बनाने के लिए बच्चे के अपहरण की इस पूरी वारदात को अंजाम दिया गया था। पुलिस की माने तो 3 जून को महिला ने थाने में रिपोर्ट लिखाई थी कि उसका बच्चा गायब हो गया। 3 जून की रात दुर्जनपुर गांव में 22 दिनों का नवजात बच्चा अपने माँ के साथ अपने घर में सो रहा था। तभी उसका अपहरण हो गया।
दरअसल, खामहि गांव की मधुबाई को पता चला था उनके ही गांव की रहने वाली पवनकुमारी जो शादी होकर दुर्जनपुर गई है, उनको कुछ दिनों पहले तीसरा बच्चा हुआ है। बस उसी दिन आरोपी मधुबाई ने ठान लिया कि अपने सुने कोंख को भरने वह पवनकुमारी की नवजात बच्चे की चोरी करेगी।
इसी बीच शनिवार की दरम्यानी रात आरोपी महिला चुपके से घर में घुसी और 22 दिनों के नवजात का अपहरण कर अपने घर ले गई। तरेगांव और कुकदूर पुलिस ने शिकायत के बाद मामले को गंभीरता से लिया और पतासाजी शुरू की। और कुछ ही घंटे में नवजात को सुरक्षित बरामद कर उनके परिजनों को सौंप दिया। वहीं आरोपी महिला मधुबाई जिनकी शादी हुए तीन साल बीत गया लेकिन बच्चा नहीं हुआ लेकिन वह अब सलाखों के पीछे है।
डीएसपी पंडरिया पंकज पटेल ने बताया कि आरोपी महिला के अनुसार उसकी शादी हुए तीन साल हो गए लेकिन बच्चा नहीं हुआ इसलिए उसने नवजात बच्चा चुराने का प्लान बनाया था।