SANFRANSISCO. मेटा-स्वामित्व वाले व्हाट्सएप ने प्लेटफॉर्म पर नए सुरक्षा फीचर्स की घोषणा की है. इसमें खाता सुरक्षा, डिवाइस वेरिफिकेशन और ऑटोमेटिक सुरक्षा कोड शामिल है, जिसे कंपनी आने वाले महीनों में जोड़ेगी. अब कंपनी अकाउंट प्रोटेक्ट फीचर का उपयोग कर यह दोबारा जांच करेगी कि यह वास्तव में आप ही हैं. खासकर जब आप अपने व्हाट्सएप अकाउंट को एक नए डिवाइस पर स्विच करते हैं.
व्हाट्सएप ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, अब से हम आपसे आपके पुराने डिवाइस पर यह वेरिफाई करने के लिए कह सकते हैं कि आप अतिरिक्त सुरक्षा जांच के रूप में यह कदम उठाना चाहते हैं. यह फीचर आपके अकाउंट को किसी अन्य डिवाइस पर ले जाने के अनधिकृत प्रयास के बारे में आपको सचेत करने में मदद कर सकता है. मोबाइल डिवाइस मैलवेयर के बढ़ते खतरे और व्यक्तिगत गोपनीयता और सुरक्षा के लिए इसके प्रभावों का मुकाबला करने के लिए कंपनी ने डिवाइस वेरिफिकेशन नामक एक नया फीचर पेश किया है.
यह फीचर यूजर्स के अकाउंट्स को प्रमाणित करने में मदद करने के लिए चेक जोड़ेगा और यदि आपके डिवाइस से छेड़छाड़ की जाती है, तो यह आपकी बेहतर सुरक्षा करेगा. इससे आप व्हाट्सएप का उपयोग निर्बाध रूप से जारी रख सकेंगे. ऑटोमेटिक सुरक्षा कोड के तहत कंपनी की ट्रांसपेरेंसी नामक एक प्रक्रिया के आधार पर एक सुरक्षा फीचर शुरू कर रहा है जो आपको स्वचालित रूप से वेरिफाई करने की अनुमति देता है कि आपके पास एक सुरक्षित कनेक्शन है, जिसका अर्थ है कि आप इच्छित प्राप्तकर्ता के साथ चैट कर रहे हैं.
जब आप किसी संपर्क की जानकारी के अंतर्गत एन्क्रिप्शन टैब पर क्लिक करते हैं, तो आप तुरंत वेरिफाई कर पाएंगे कि आपकी व्यक्तिगत बातचीत सुरक्षित है.