भिलाई। नगर निगम भिलाई की सरकार को लेकर तीरंदाज का सर्वे सटीक निकला। तीरंदाज ने अपपे फेसबुक पेज के जरिए भिलाई निगम में किस पार्टी का महापौर बनेगा इसे लेकर सर्वे किया गया था। सर्वे में सैकडों लोगों ने भाग लिया और अपना मत दिया। तीरंदाज के सर्वे में 55 फीसदी लोगों ने कांग्रेस के पक्ष में अपना मत दिया था। वहीं 40 फीसदी लोगो ने भाजपा के पक्ष में पोल किया। यही नहीं तीरंदाज के सर्वे में निर्दलयों को भी 5 फीसदी लोगों ने महापौर का दावेदार माना था।
तीरंदाज के सर्वे में पहले यह बात आ चुकी थी कि भिलाई शहर की सरकार कांग्रेस बनाने जा रही है। गुरुवार को हुई मतगणना के बाद इसपर मुहर भी लग गई। तीरंदाज का सर्वे मतगणना के एक दिन पहले शुरू हुआ था। लगभग 10 घंटों तक ऑनलाइन हुए इस सर्वे में भिलाई शहर के बुद्धीजीवियों ने भाग लिया था। सर्वे के बाद आए नतीजों के अनुसार 55 फीसदी लोगों ने माना की भिलाई निगम में कांग्रेस पार्टी बहुमत के साथ सरकार बनाएगी। वहीं 40 फीसदी लोगों ने कहा कि भाजपा को बहुमत मिलेगा। 5 फीसदी लोग निर्दलियों के पक्ष में भी रहे। जैसा कि सर्वे में निकलकर आया वैसे ही भिलाई निगम में कांग्रेस की सरकार बनी।
70 में से 37 सीटों पर कांग्रेस का कब्जा
भिलाई निगम की बात करें तो 70 में से 37 वार्डों में कांग्रेस के प्रत्याशियों ने जीत दर्ज की। यह पहला मौका है कि किसी एक पार्टी के इतने अधिक षार्षद चुनकर आए। भाजपा को यहां 24 वार्डों में और 7 वार्डों में निर्दलीय पार्षद चुनकर आए। भिलाई के अलावा कांग्रेस ने रिसाली निगम में भी जीत दर्ज की। रिसाली में कांग्रेस को 40 में से 21 सीटों पर जीत मिली। वहीं भाजपा ने यहां पर 12 सीटों पर जीत दर्ज की। रिसाली से 7 निर्दलीय पार्षदों ने भी जीत दर्ज की। इसी प्रकार भिलाई चारे निगम में कांग्रेस ने 19 सीटों पर जीत दर्ज की। भाजपा को यहां 15 सीटों से संतोष करना पड़ा। निर्दलियों के खाते में यहां 6 सीटें आई।