RAIPUR. रायपुर पुलिस ने अब प्रदेश में नशे के रूप में इस्तेमाल होने वाली दवा को बनाने वाली वी-केयर हेल्थ केयर कंपनी के संचालक विरल मुकेश भाई पटेल को गुजरात के गांधीनगर से गिरफ्तार कर लिया है. वह वहां के मेहशाणा में आफिस खोल रखा था, जो हमेशा बंद रहता था. वहीं नशीली गोलियों और सिरप को वह हिमाचल प्रदेश में सप्लाई करता था, जहां से देशभर में डिस्ट्रीब्यूट होता था. पुलिस ने रायपुर के स्थानीय फुटकर व थोक विक्रेताओं को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है. ऐसे में इस सप्लाई चेन को नेस्तनाबुद करने की दिशा में इसे बड़ा कदम माना जा रहा है.
एएसपी सिटी अभिषेक माहेश्वरी व एएसपी पश्चिम देवचरण पटेल के मुताबिक मुख्य आरोपी विरल मुकेश भाई पटेल जबलपुर के दवा कारोबारी आकाश विश्वकर्मा के जरिए छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और ओडिशा में नशीली गोलियां खपाता था. वह कुल उत्पादन की 80 प्रतिशत गोलियां जबलपुर की मां नर्मदा कंपनी को देता था. जबकि आकाश माल खपाने अलग-अलग शहरों में गोलियां भेजता और पैसा कलेक्शन करता था. थाना आजाद चौक इलाके में पुलिस ने बीते 11 अक्टूबर को छह आरोपियों को नशीली गोलियों के जखीरे के साथ गिरफ्तार किया गया था.
उनसे पूछताछ में आरोपियों ने जबलपुर के मां नर्मदा फार्मा के संचालक आकाश विश्वकर्मा से नशीली गोलियां खरीदने की जानकारी दी थी. इस पर पुलिस ने जबलपुर में छापेमारी कर आकाश को गिरफ्तार किया था. फिर उससे जानकारी जुटाकर गुजरात के गांधीनगर में वी-केयर हेल्थ केयर के संचालक विरल मुकेश भाई पटेल तक पहुंचा गया.
सालभर में पकड़ाई 50 लाख की नशीली दवा वी केयर की
आपको बता दें कि प्रदेश में सालभर में 50 लाख से ज्यादा की नशीली गोलियां व सीरप पकड़े गए हैं. ये सभी वी केयर द्वारा ही बनाए गए थे. पुलिस का कहना है कि नशीली दवा का जो मार्केट है उसके 95 प्रतिशत पर इसी कंपनी का कब्जा रहा है. खास ये कि जिन नशीली दवाओं को बनाने में 50 पैसे की लागत आती थी उसे बाजार में 50 रुपये में बेचा जा रहा था. इससे कंपनी समेत दवा बेचने वालों की कमाई का अंदाजा लगाया जा सकता है.
नए कानून के कारण अब जमानत नहीं
अच्छी बात ये है कि पकड़े गए स्थानीय विक्रेताओं, दवा दुकान संचालकों, सप्लायरों और थोक विक्रेताओं के साथ ही इस कंपनी के संचालक को अब जमानत नहीं मिलेगी. दरअसल, राज्य सरकार ने हुक्का बार संचालन को अवैध घोषित करने वाला जो कानून लागू किया है उसमें ऐसे मामलों में अपराध को गैर जमानतीय घोषित कर दिया गया है. ऐसे में अब इन्हें जेल में ही रहना पड़ेगा.