NEW DELHI. अग्निवीर बनने के इच्छुक युवाओं के लिए अच्छी खबर है। उन्हें सेना में चार साल की नौकरी पूरी करने के बाद रेलवे में नौकरी मिल सकेगी। इसके लिए भारतीय रेलवे अग्निवीरों को आरक्षण और अन्य छूट देने जा रहा है। हालांकि, यह भर्ती अराजपत्रित पदों पर होगी।
‘अग्निपथ’ योजना के तहत सेवानिवृत्त अग्निवीरों को रेलवे के कई विभागों में 15 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने का फैसला किया गया है। इसके अलावा‘अग्निवीरों’ को आयु सीमा और शारीरिक दक्षता परीक्षा में भी छूट दी जाएगी। बताया जा रहा है कि रेलवे सुरक्षा बल यानी आरपीएफ में भी ‘अग्निवीरों’ के लिए आरक्षण नीति पर विचार चल रहा है।
यदि ऐसा होता है, तो अग्नवीर बनने के बाद सेना से रिटायर होने के बाद भी उनके लिए अच्छा विकल्प खुल जाएगा। बताते चलें कि केंद्र सरकार ने पिछले साल ‘अग्निपथ’ भर्ती योजना शुरू की थी। इसमें चार साल पूरे होने के बाद 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही बल में रखा जाएगा, जबकि बाकी को सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा।
इस नीति के लागू करने के बाद शुरुआत में योजना का काफी विरोध किया गया था। लोगों का कहना था कि इससे अग्निवीर बनने वाले युवाओं का भविष्य अंधेरे में चला जाएगा। उन्हें कोई लाभ नहीं मिलेगा। मगर, अब रेलवे में नौकरी मिलने की खबर निश्चित रूप से बल से सेवानिवृत्त होने वाले युवाओं के लिए खुशखबरी लेकर आई है।
तीन साल की आयुसीमा में मिलेगी छूट
बताया जा रहा है कि रेलवे ‘अग्निवीरों’ को ‘लेवल-1 और लेवल-2′ के पदों पर क्रमश: 10 प्रतिशत और पांच प्रतिशत ‘होरिजोंटल आरक्षण’ दिया जाएगा। अग्निवीर के पहले बैच को तय आयु सीमा से पांच साल, जबकि बाद के बैच को तीन साल की छूट दी जाएगी।
250 रुपये लगेगी फीस, वह भी होगी वापस
बताया जा रहा है कि जिन अग्निवीरों ने अपना चार साल का पूरा कार्यकाल पूरा कर लिया है, वे रेलवे भर्ती एजेंसियों द्वारा आयोजित खुले बाजार में भर्ती के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए उन्हें 250 रुपये का शुल्क देना होगा। जो अभ्यार्थी लिखित परीक्षा में उपस्थित होंगे, उन्हें यह राशि वापस कर दी जाएगी।