KESHKAAL. फ़िल्म द केरल स्टोरी को लेकर पूरे देश भर में सियासत गर्म है। एक पक्ष इस फिल्म के समर्थन में है तो वहीं दूसरा पक्ष इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं । इसी बीच पीसीसी अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष आमीन मेमन ने कहा कि एक धर्म को नीचा दिखाने फिल्म बनाई गई है। इसे हिंदुस्तान में बैन किया जाना चाहिए।
बता दें कि द केरल स्टोरी के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट के बाद अब केरल हाई कोर्ट ने भी एक्शन लेने से मना कर दिया है। फिल्म के टीजर से शुरू हुआ विवाद कोर्ट- कचहरी तक पहुंच गया। फिल्म पर तथ्यों के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते एक समुदाय ने सुप्रीम कोर्ट और केरल हाई कोर्ट में कई याचिकाएं दायर कर दी। याचिका में द केरल स्टोरी की रिलीज को रोकने की मांग की गई।
इसी बीच छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस अल्पसंख्यक प्रदेश अध्यक्ष अमीन मेमन ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि किसी एक धर्म को नीचा दिखाने के लिए यह फिल्म बनाई गई है ऐसी फिल्मों को हिंदुस्तान में बैन कर देना चाहिए, जो धार्मिक भावना को ठेस पहुंचाते हुए लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रहा है । लेकिन समझ से परे है धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाले ऐसे फिल्म को सेंसर बोर्ड कैसे पास कर दिया है। बीजेपी की रणनीति है कि ऐसी मूवी को दिखाकर वोट बैंक पाना इसलिए बीजेपी इस फिल्म के समर्थन में है।
गौरतलब है कि द केरल स्टोरी के खिलाफ इन याचिकाओं को फिल्म के टीजर के आधार पर दायर किया गया, जो 2022 नवंबर में रिलीज किया गया था। याचिकाकर्ताओं ने आरोप लगाया कि फिल्म सही तथ्यों पर आधारित होने का दावा करती है, जो झूठी और भ्रामक है। इससे धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचने और भारत में समुदायों के बीच नफरत फैलाने की संभावना है। कई याचिकाकर्ताओं ने फिल्म की तुलना अभद्र भाषा से भी की।