जगदलपुर (jagdalpur)। एक दिसम्बर से समर्थन (Support) मूल्य (price) पर किए जाने वाले धान और मक्का की खरीदी (purchas) के लिए अधिकारी-कर्मचारियों को प्रशिक्षण (Training) दिया गया। जहां अच्छी किस्म के धान एवं मक्का के उपार्जन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य धान कॉमन के लिए 1940 रूपए प्रति क्विंटल, धान ग्रेड ए के लिए 1960 रूपए और मक्का के लिए 1870 रूपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया।
जिला पंचायत (District Panchayat) की मुख्य कार्यपालन अधिकारी (chief executive officer) की अध्यक्षता और अपर कलेक्टर (Additional Collector) की उपस्थिति में यह प्रशिक्षण कलेक्टोरेट के प्रेरणा कक्ष में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में खाद्य निरीक्षक, नोडल अधिकारी, बैंक अधिकारी, लैम्पस प्रबंधक और ऑपरेटर उपस्थित थे।
आयोजित प्रशिक्षण कार्यशाला में धान खरीदी के महत्वपूर्ण बिंदुओं जैसे टोकन की जानकारी, संशोधन, धान खरीदी का समय व आवश्यक व्यवस्थाएं व किसान के धान न बेचने पर सहमति पत्रक भरवाने के लिए आवश्यक बिंदुओं पे चर्चा की गई। सीईओ जिला पंचायत के द्वारा आगामी धान खरीदी में औसत अच्छी किस्म के धान और मक्का उपार्जन के निर्देश दिए गए।
प्रशिक्षण में सुश्री चैधरी ने कहा कि खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के लिए औसत अच्छी किस्म (एफ.ए.क्यू.) के धान एवं मक्का के उपार्जन के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य धान कॉमन के लिए 1940 रूपए प्रति क्विंटल, धान ग्रेड ए के लिए 1960 रूपए प्रति क्विंटल और मक्का के लिए 1870 रूपए प्रति क्विंटल घोषित किया गया है।
मक्का की खरीदी 28 फरवरी 2022 तक
खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 के दौरान राज्य के किसानों से धान की नगद व लिकिंग में खरीदी 1 दिसंबर 2021 से 31 जनवरी 2022 तक की जाएगी। समर्थन मूल्य पर कृषकों से मक्का की खरीदी 1 दिसंबर 2021 से 28 फरवरी 2022 तक की जाएगी ।
भुगतान किसानों के बैंक खाते में डिजिटल से
खरीफ वर्ष 2021-22 में प्रदेश के किसानों से धान खरीदी की अधिकतम सीमा 15 क्विंटल प्रति एकड़ लिकिंग सहित निर्धारित की गई है। खरीफ विपणन वर्ष 2021-22 में मक्का खरीदी की अधिकतम सीमा 10 क्विंटल प्रति एकड़ लिकिंग सहित निर्धारित की गई है। कृषकों द्वारा विक्रय किए गए धान एवं मक्के की राशि का भुगतान किसानों के बैंक खाते में डिजिटल मोड से किया जाएगा।
आर्द्रतामापी से धान की होगी जांच
धान खरीदी केन्द्रों में निर्धारित मापदंड के अनुसार ही धान लाए जाने के लिए प्रचार-प्रसार करने के साथ ही सभी उर्पाजन केन्द्रों में आर्द्रतामापी के उपयोग करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने उर्पाजन केन्द्रों मे नमी की जांच कर किसानों को समझाइश देने को कहा है। किसी भी स्थिति में 17 प्रतिशत से अधिक नमी का धान क्रय नहीं किया जाए।
किसान बारदाना भी लाएंगे
धान खरीदी के लिए शासन द्वारा पहले दिन से ही किसान बारदाना की अनुमति प्रदान करने के संबंध में भी किसानों को अवगत कराने के निर्देश दिए गए। धान खरीदी की सुचारु व्यवस्था के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित रखने के निर्देश दिए गए।
(TNS)