रायपुर (TNS)। कोरोना की नई गाइडलाइन में इस साल नवरात्रि (Navratri) में पूरी छूट दी गई है। इससे धर्म का यह उत्सव धूमधाम से मनाया जाएगा। 7 अक्टूबर से शुरू हो रही नवरात्रि (Navratri) 15 अक्टूबर तक चलेगी। मां दुर्गा (Maa Durga) को प्रसन्न करने के लिए भक्त नौ दिनों का उपवास भी रखते हैं। नवरात्रि के दौरान कई बार तिथियों को घटने-बढ़ने के कारण अष्टमी, नवमी और दशमी तिथि में असमंजस की स्थिति बन जाती है। पंडित अशोक त्रिपाठी (Pandit Ashok Tripathi) ने बताया कि धार्मिक मान्यता (Religious belief) के अनुसार इन नौ दिनों तक मातारानी पृथ्वी पर आती हैं और अपने भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करती हैं और उनके दुखों को हर लेती हैं।
पंडित अशोक त्रिपाठी (Pandit Ashok Tripathi) के अनुसार एक ही दिन में दो तिथियां पड़ने से नवरात्रि (Navratri) 8 दिन तक चलेंगे। 9 अक्टूबर दिन शनिवार को तृतीया सुबह 7 बजकर 48 मिनट तक रहेगी, इसके बाद चतुर्थी शुरू हो जाएगी, जो अगले दिन 10 अक्टूबर दिन रविवार को सुबह 5 बजे तक रहेगी। पंडित त्रिपाठी के अनुसार इस साल नवरात्रि 7 अक्टूबर से शुरू होकर 14 अक्टूबर तक चलेगा। जबकि 15 अक्टूबर को विजयदशमी यानी दशहरा मनाया जाएगा। नवरात्रि में मां दुर्गा के नौ रुपों की पूजा अर्चना की जाती है। हर दिन मां दुर्गा के अलग-अलग स्वरूप का पूजन करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। इस साल नवरात्रि आठ दिन के हैं। दरअसल इस बार चतुर्थी और पंचमी तिथि एक साथ पड़ रही है। ऐसे में 7 अक्टूबर से शुरू हो रहे शारदीय नवरात्र 14 अक्टूबर तक रहेंगे।
जानिए कब है महाअष्टमी और महानवमी
इस साल महाअष्टमी 13 अक्टूबर (बुधवार) को पड़ रही है। ज्योतिषाचार्य के अनुसार, इस साल चतुर्थी तिथि का क्षय होने से शारदीय नवरात्रि आठ दिन के पड़ रहे हैं। ऐसे में 13 अक्टूबर को अष्टमी व्रत रखना उत्तम है। नवरात्रि के आठवें दिन महागौरी की पूजा की जाती है। हिंदू पंचांग के अनुसार, इस साल महानवमी तिथि 14 अक्टूबर (गुरुवार) को पड़ रही है। नवमी के दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है।
घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त
नवरात्रि के प्रथम दिन घटस्थापना के साथ देवी मां का पूजन शुरू किया जाता है। घटस्थापना के लिए शुभ मुहूर्त का विशेष रूप से ध्यान रखें। 7 अक्टूबर को घटस्थापना का शुभ मुहूर्त सुबह 6 बजकर 17 मिनट से सुबह 7 बजकर 7 मिनट तक का है। इसी समय घटस्थापना करने से नवरात्रि फलदायी होते हैं।
7 अक्टूबर से 15 अक्टूबर तक धर्म उत्सव
7 अक्टूबर (पहला दिन)- मां शैलपुत्री की पूजा
8 अक्टूबर (दूसरा दिन)- मां ब्रह्मचारिणी की पूजा
9 अक्टूबर (तीसरा दिन)- मां चंद्रघंटा व मां कुष्मांडा की पूजा
10 अक्टूबर (चौथा दिन)- मां स्कंदमाता की पूजा
11 अक्टूबर (पांचवां दिन)- मां कात्यायनी की पूजा
12 अक्टूबर (छठवां दिन)- मां कालरात्रि की पूजा
13 अक्टूबर (सातवां दिन)- मां महागौरी की पूजा
14 अक्टूबर (आठवां दिन)- मां सिद्धिदात्री की पूजा
15 अक्टूबर- दशमी तिथि- ( व्रत पारण), विजयादशमी या दशहरा