तीरंदाज, राजनांदगांव। खैरागढ़ उपचुनाव छत्तीसगढ़ के दोनों दलों के लिए नाक का सवाल बन गया है। कभी कांग्रेस का गढ़ रही यह सीट बीते कुछ सालों में कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बन गई है। वहीं भाजपा भी पिछले चुनाव में यहां से हार गई। राजा देवव्रत सिंह के निधन के बाद खाली हुई इस सीट पर कांग्रेस चुनाव जीतकर विधानसभा में एक विधायक और बढ़ाना चाह रही है। वहीं भाजपा ने भी यहां एड़ी चोटी को जोर लगा दिया है।
खैरागढ़ सीट पर चुनाव के दौरान जुटे दिग्गजों की भीड़ ने इसे काफी दिलचस्प बना दिया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यहां दो दिन पहले अपने आधे से ज्यादा मंत्रियों के साथ पहुंचे और विकास के लिए 29 घोषणाएं कर दी। इसमें खैरागढ़ को जिला बनाने की घोषणा अहम है। वहीं भाजपा प्रत्याशी के लिए यहां पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह डेरा डाले हुए हैं और प्रदेश के दिग्गज नेता लगातार दौरान कर रहे हैं।
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया से लेकर पीसीसी चीफ तक जुटे
खैरागढ़ उपचुनाव में सरकार ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। यहां प्रचार के लिए प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मोहन मरकाम, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे, गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू, उद्योग मंत्री कवासी लखमा, शिवकुमार डहरिया आदि चुनाव प्रचार में शामिल हो चुके हैं। कवासी लखमा शुक्रवार को गंडई क्षेत्र में थे और इस दौरान स्थानीय कार्यक्रम में जमकर ठुमके भी लगाए। उनका यह अंदाज खासा चर्चा में रहा।
प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कहा कि छत्तीसगढ़ में तीन उपचुनाव कांग्रेस जीत चुकी है और खैरागढ़ की जनता भी इस बार कांग्रेस को जीत दिलाने का मन बना चुकी है। खैरागढ़ में भी भूपेश बघेल सरकार के कामकाज के दम पर वोटर कांग्रेस का साथ देंगे। प्रचार के दौरान कांग्रेस भाजपा के बीच जुबानी जंग भी आम हो गई है। भाजपा लगातार सरकार विरोधी बातें कर रही है वहीं कांग्रेस भाजपा को मुद्दा विहीन बता रही है।
भाजपा के इन दिग्गजों ने संभाला मोर्चा
भाजपा ने खैरागढ़ उपचुनाव के लिए स्टार प्रचारकां की लंबी फेहरिस्त बना रखी है। इसके केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से लेकर प्रहलाद पटेल तक के नाम है। छत्तीगसढ़ से राज्य सभा सांसद सरोज पाण्डेय भी खैरागढ़ का दौरा कर चुकी हैं। वहीं राजनांदगांव सांसद संतोष पाण्डेय व पूर्व मुख्यमंत्री एक तरह से खैरागढ़ में आपना डेरा जमा लिए हैं। पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी चुनावी मैदान में डटे हुए हैं।
12 अप्रैल को मतदान, 16 को नतीजे
बता दें कि खैरागढ़ उपचुनाव के लिए 12 अप्रैल को मतदान होना है। 16 अप्रैल को यहां मतगणना होगी और तय हो जाएगा कि किसके सिर पर ताज सज रहा है। खैरागढ़ उपचुनाव में भाजपा, कांग्रेस व जकांछ सहित कुल 10 प्रत्याशी मैदान में हैं।