भिलाई। शहर में एक चोर गिरोह पिछले तीन सालों से चोरी की वारदातों को अंजाम देता आ रहा हैं और पुलिस कभी इन तक पहुंच नहीं पाई। तीन सालों में इन चोरों ने 41 वारदातों को अंजाम दिया। रिसाली, पद्मनाभपुर दुर्ग व पुलगांव क्षेत्र के सूने मकान इनके निशाने पर रहते थे। इन चोरों का हौसला ऐसा कि जिस क्षेत्र में चोरी की वारदातों को अंजाम दे रहे थे उसी क्षेत्र में किराए का मकान भी ले रखा था जहां से चोरी की पूरी योजना बनती थी। शातिर चोर रेकी के लिए साइकिल का इस्तेमाल करते थे और सोना व चांदी को कोडवर्ड यानि गेंहू व चावल कहकर चर्चा करते थे ताकि किसी को इन पर शक न हो। तीन साल बाद आखिरकार इन चोरों तक पुलिस पहुंच ही गई। अब यह सभी चोर जेल की हवा खाएंगे।
दरअसल यह पूरा मामला नेवई थाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। नेवई पुलिस ने तीन चोरों को श्याम नगर रिसाली में किराए के एक मकान से गिरफ्तार किया। इनके पास से लगभग 77 लाख रुपए के सोने चांदी के जेवर बरामद किए गए हैं। साथ ही 1 लाख रुपए नगदी, तीन मोटरसाइकिल, चार साइकिल और चोरी की घटना में इस्तेमाल किए जाने वाले औजार बरामद किया गया। इन तीन चोरों के साथ ही इनका माल खरीदने वाले तीन अन्य को भी नेवई पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को आईजी ओपी पाल व एसपी बीएन मीणा ने संयुक्त रूप से इसकी जानकारी दी।
आईजी ओपी पाल व एसपी बीएन मीणा ने संयुक्त रूप से बताया कि निवाई क्षेत्र का निवासी अनवर खान, बालोद निवासी सागर सेन, खैरागढ़ निवासी द्वारिका दास मानिकपुरी, बिलासपुर निवासी राजू सोनी, सोम बंद सोनी व जितेंद्र पवार को चोरी के मामलों में गिरफ्तार किया गया है। इन सभी वारदातों में मास्टरमाइंड अनवर खान है जो अपने साथी सागर सेन व द्वारिकाधीश मानिकपुरी के साथ मिलकर चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था। वहीं राजू सोनी, सोम बंद सोनी व जितेंद्र पवार को चोरी का माल बेचते थे। आरोपियों ने श्याम नगर रिसाली में एक मकान किराए पर ले रखा था जहां वे चोरी की पूरी योजना बनाते थे।
ऐसे पहुंची पुलिस चोरों के पास
पुलिस के पास लगातार चोरियों की शिकायतें मिल रही थी। लगातार इनकी तलाश की जा रही थी। आरोपियों तक पहुचंने में नेवई पुलिस को कामयाबी मिली। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर कुछ संदिग्धों की पहचान की। इनके पीछे मुखबिर लगाए गए। इस दौरान पुलिस को जानकारी हुई कि श्याम नगर रिसाली के एक मकान में अनवर खान अपने साथी सागर सेन व द्वारिका दास के साथ रहता था। इनकी गतिविधियां काफी संदिग्ध होने की बात पता चली। इसके बाद पुलिस ने इन पर नजर रखना शुरू कर दिया। पुलिस पहले पूरी तरह से अस्वस्थ हुई कि यह तीनों चोरी की घटनाओं में लिप्त हैं। चोर आपस में कोडवर्ड में बात करते थे। वे सोना को गेंहू व चांदी को चावल कहकर बात करते थे।
उसके बाद दबिश देकर तीनों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद जब कड़ाई से पूछताछ की गई तो इन्होंने रिसाली, पुलगांव, पदमनाभपुर आदि क्षेत्रों में चोरियां करने की बात कबूल की।आरोपियों के निशानदेही पर पुलिस ने सोने चांदी के जेवर, नग, मोटर साइकिल, साइकिल व औजार जब्त कर लिए हैं। चोरी में शामिल तीनों आरोपी चोरी का सामान राजू सोनी, सोमबंद सोनी व जितेंद्र पंवार के पास खपाते थे। इस आधार पर पुलिस ने राजू सोनी, सोमबंद सोनी व जितेंद्र पंवार को भी गिरफ्तार कर लिया है। सभी आरोपियों को न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया है।