KANKER. सेल्फी के चक्कर में बांध में गिरे मोबाइल के लिए 41 लाख पानी बहाने के मामले में आज बड़ी कार्रवाई की गई है। जल संसाधन विभाग के एसडीओ को निलंबित कर दिया गया है। निलंबन के बाद उन्हें अधीक्षण अभियंता जगदलपुर में अटैच किया गया है। कलेक्टर प्रियंका शुक्ला की अनुशंसा पर विशेष सचिव अनुराग पांडेय ये कार्रवाई की है। बता दें कि इससे पहले मामले में पखांजुर के फूड इंस्पेक्टर को पहले ही निलंबित किया जा चुका है।
दरअसल, फूड इंस्पेक्टर राजेश विश्वास का परलकोट जलाशय में मोबाइल गिर गया था। इसके बाद फूड इस्पेक्टर ने बयान दिया था कि उन्हें एसडीओ ने अनुमति पानी बहाने की दी थी। इसके बाद कलेक्टर ने एसडीओ को नोटिस जारी कर जवाब मांगा तो एसडीओ ने पूरे मामले से ही पल्ला झाड़ लिया। कलेक्टर प्रियंका ने इस मामले में जल संसाधन विभाग के सचिव को कार्रवाई की अनुशंसा भेजी थी, जिसके बाद राज्य सरकार आरएल धीवर को सस्पेंड कर दिया है। वहीं इंद्रावती परियोजना जगदलपुर में अटैच किया है।
ये है पूरा मामला
गौरतलब है कि जल संसाधन विभाग के कांकेर संभाग अंतर्गत परलकोट जलाशय के वेस्ट वियर से स्केल वॉय के बीच 21 मई से लगातार चार दिनों तक 4 हजार 104 क्यूबिक मीटर पानी अनाधिकृत रूप से बहा दिया गया था। निलंबन आदेश में जल संसधान विभाग के उप संभाग कापसी के अनुविभागीय अधिकारी आर.एल. धीवर के द्वारा उक्त मामले में कोई कार्रवाई न किए जाने तथा जलाशयों के नियमित पर्यवेक्षण न करने को पदीय दायित्वों के प्रति लापरवाही माना गया है। इसके साथ ही फूड इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया था और वसूली के भी आदेश जारी दिए गए थे। इस मामले में अब एसडीओ पर भी निलंबन की कार्रवाई की गई है।