RAJNANDGAON. छत्तीसगढ़ में प्रदेश सरकार के खिलाफ एक तरफ जहां संविदा कर्मचारियों ने नियमितीकरण की मांग को लेकर मोर्चा खोल रखा है वहीं अब तमाम सरकारी योजनाओं के बुजुर्ग पेंशनधारी भी लामबंद हो रहे हैं और सरकार से घोषणापत्र के अनुसार पेंशन देने की मांग कर रहे हैं। इसी कड़ी में आज राजनांदगांव के इमाम चौक में आज बड़ी संख्या में भारतीय जनता पार्टी के बैनर तले शासन की विभिन्न योजनाओं के पेंशन धारियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए घोषणापत्र के अनुरूप पेंशन में वृद्धि की मांग प्रदेश सरकार से की है।
बता दें कि इस प्रदर्शन में सैकड़ों की संख्या में बुजुर्ग पेंशन धारी शामिल हुए। राजनांदगांव शहर के इमाम चौक पर भारतीय जनता पार्टी पिछड़ा वर्ग मोर्चा के बैनर तले सैकड़ों की संख्या में बुजुर्गों ने प्रदेश सरकार से पेंशन में वृद्धि की मांग करते हुए धरना दिया। इस धरना प्रदर्शन के लिए पहले शहर के विभिन्न वार्डों में मुनादी कराई गई थी। इसके तहत बड़ी संख्या में बुजुर्ग पेंशन धारी इस आंदोलन में शामिल होने पहुंचे थे।
वहीं, विशाल धरना प्रदर्शन को लेकर निराश्रित पेंशन संघ के जिला अध्यक्ष शिव वर्मा के अनुसार प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में 75 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को 1500 रुपए प्रतिमाह और 60 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों को 1000 रूपये देने का वादा किया था। वहीं विधवा पेंशन योजना के तहत 1000 रुपये देने की बात कही थी, लेकिन लगभग 4.5 साल बीत गए हैं, अब तक इन योजनाओं की पेंशन राशि में वृद्धि नहीं की गई है। जिससे पेंशनधारियों में आक्रोश पनप रहा है।
जिला भाजपा पिछड़ा वर्ग मोर्चा द्वारा आयोजित धरना प्रदर्शन आंदोलन रैली में वृद्धावस्था, विधवा पेंशन, निराश्रित पेंशन सहित विभिन्न पेंशन योजनाओं के हितग्राही शामिल हुए । इस दौरान एक रैली निकालकर कलेक्टर को मुख्यमंत्री के नाम पेंशन की राशि में बढ़ोतरी का मांग पत्र सौंपा गया। वहीं प्रदर्शन के दौरान विभिन्न वक्ताओं ने इस धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कहा कि पेंशन की राशि में बढ़ोतरी नहीं होने से प्रदेश की सरकार ने बुजुर्गों के साथ वादाखिलाफी की है। वहीं पेंशन की राशि में बढ़ोतरी नहीं होने पर आगे और उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है।