BHILAI. छत्तीसगढ़ में कोल घोटाला और मनी लॉंड्रिंग मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) लगातार कार्रवाई कर रही है। इसी मामले में विधायक देवेंद्र यादव के यहां 20 फरवरी को छापेमारी हुई थी। इस बीच, ईडी ने एक बार फिर देवेंद्र यादव को पत्र भेजा है, जिसमें 7 मार्च को सुबह 10.30 बजे रायपुर के ईडी ऑफिस में उपस्थित होने को कहा है। पत्र में यह भी कहा गया है कि अगर ऑफिस नहीं पहुंचे तो कार्रवाई की जाएगी। ईडी के सम्मन मिलने के बाद देवेंद्र यादव ने कहा कि हम किसी से डरते नहीं हैं। हम लोकतंत्र-संविधान पर विश्वास करने वाले लोग हैं और पूछताछ में पूरा सहयोग भी करेंगे। उन्होंने कहा कि ईडी की अभी तक कार्रवाई अर्थहीन रही, क्योंकि कहीं से कुछ नहीं मिला। कांग्रेस के नेताओं को ईडी के माध्यम से भारतीय जतना पार्टी परेशान कर रही है।
बता दें कि इस मामले में देवेंद्र यादव को 1 मार्च को ईडी दफ्तर में पूछताछ के लिए पेश होना था, लेकिन विधानसभा सत्र के कारण वे पेश नहीं हो पाए थे। जिसके बाद ईडी ने फिर से उन्हें कल यानि कि 7 मार्च को पूछताछ के लिए सम्मन जारी किया है। गौरतलब है कि 20 फरवरी को सुबह चार बजे ईडी की टीम भिलाई नगर विधायक देवेंद्र यादव के सेक्टर-5 और हाउसिंग बोर्ड जामुल स्थित निवास पर पहुंची थी। 19 फरवरी को अपना जन्मदिन मनाने के बाद विधायक देवेंद्र यादव अपने सेक्टर-5 स्थित निवास पर ही थे। इसी दौरान ईडी के अधिकारी वहां पहुंचे। पहुंचते ही उन्होंने विधायक देवेंद्र यादव से पूछताछ शुरू कर दी थी। वहीं उनके हाउसिंग बोर्ड स्थित निवास पर उनके परिवार के अन्य सदस्यों से पूछताछ की थी।
इस मामले में अब तक 9 लोगों की हो चुकी गिरफ्तारी
इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनमें राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारी चौरसिया, सूर्यकांत तिवारी, उनके चाचा लक्ष्मीकांत तिवारी, छत्तीसगढ़ कैडर के आईएएस अधिकारी समीर विश्नोई और एक अन्य कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल शामिल हैं। इसके साथ ही सीएमओ (मुख्यमंत्री कार्यालय) में उप सचिव रहीं सौम्या चौरसिया को बीते साल 2 दिसंबर को गिरफ्तार किया गया था। इसके बाद 15 दिसंबर को उन्हें सचिवालय से निलंबित कर दिया गया था।