RAIPUR. शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज (एसएसआईपीएमटी) रायपुर के दो दिवसीय दौरे पर लेखक, विचारक, इंस्पिरेशनल ट्रेनर, रिसर्चर एवं वॉव फैक्टर्स इंडिया के संस्थापक डॉ. शंकर गोयनका का आज आगमन हुआ है। उन्होंने कॉलेज कैंपस भ्रमण कर कैंपस में चल रही विभिन्न गतिविधियों का विस्तृत अवलोकन किया। साथ ही शिक्षकों एवं छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि आधुनिक शिक्षा के साथ-साथ मानवीय मूल्यों को भी समानांतर लेकर चलने से ही अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकते हैं।
वहीं प्रोजेक्ट्स पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि कभी भी यह नही समझना चाहिए कि सिर्फ मेरा प्रयोग ही सही है, बाकी सब गलत है। दूसरों की योजनाओं को भी स्वयं से अधिक महत्व देना चाहिए। साथ ही कहा कि प्रोजेक्ट टीम में एक ही लीडर होना चाहिए। वहीं स्टूडेंट्स को समझाते हुए कहा कि टीम मेंबर्स को लीडर के निर्देशो पर भरोसा करना चाहिए तभी प्रोजेक्ट समय से पूरा हो पाता है।
उन्होंने छात्रों को रोल संबंधी ज्ञान, प्रॉब्लम सॉल्विंग स्किल, क्रिटिकल थिंकिंग, लीडरशिप स्किल, एटीट्यूड तथा सॉफ्ट स्किल बढ़ाने की सलाह भी दी। डॉ. गोयनका न केवल भारत सरकार बल्कि कई मल्टीनेशनल कंपनियों के प्रोजेक्ट सलाहकार हैं। उनकी विशेषकर ड्रोन के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका है।
देश का पहला वर्किंग आईडिया लैब
कृषि कार्य हेतु शंकराचार्य इंजीनियरिंग कॉलेज रायपुर के आईडिया लैब में विकसित नए ड्रोन, जिस पर भारत सरकार से यूटिलिटी पेटेंट मिला है, उसे भी डॉ. गोयनका ने काफी सराहा। जैसा की आप सब जानते हैं कि कॉलेज में स्थित आईडिया लैब देश का पहला वर्किंग आईडिया लैब है। उन्होंने इस आईडिया लैब का दौरा किया तथा इसमे ड्रोन, इलेक्ट्रिक व्हीकल, थ्रीडी मॉडल्स, कृषि, स्वास्थ्य, अभियांत्रिकी, सीएनसी वुड राउटर, सीएनसी लेज़र, थ्रीडी प्रिंटिंग, इलेक्ट्रॉनिक सर्किट डिजाईन, ड्रोन, रोबोटिक्स, वेल्डिंग्स, सिविल कंस्ट्रक्शन, मेडीकल इक्यूपमेंट्स आदि जैसी विभिन्न प्रकार की चल रही एक्टिविटीज को भरपूर सराहा।
डॉ. गोयनका की उपस्थिति में कॉलेज कैंपस में आईडिया लैब में निर्मित ड्रोन उड़ाए गए। इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. अलोक कुमार जैन, डॉ. जे.पी. पात्रा, प्रो. अतुल चक्रवर्ती, डॉ. हेमलता सिन्हा, सभी विभागों के अध्यक्ष, फैकल्टी मेम्बर्स एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।