DURG. आपने आज तक शोक पत्र तो बहुत देखे होंगे। लेकिन आपने किसी सड़क के निधन का शोक पत्र नही देखा होगा। मामला दुर्ग जिले का है यहां एक सड़क की जर्जर हालत होने पर शख्स ने महापौर को ऐसा शोक पत्र भेजा जिसे सुनकर आप खुद को ठहाके लगाने से नहीं रोक पाएंगे।
दुर्ग नगर निगम के पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतिक उमरे ने महापौर धीरक बाकलीवाल को कसारीडीह सड़क के निधन पर शोक पत्र भेजा है। इस शोकपत्र में बड़े ही मजाकिया अंदाज में तंज कसते हुए लिखा है कि बड़े दुःख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि कसारीडीह के सड़क नंबर-01 का निधन हो गया है। साथ ही इसमें लिखा है कि हम वार्डवासी उस सड़क को दम तोड़ता देखते रहे और आपसे गुहार लगाते रहे। लेकिन उसे बचा नही पाए।
बता दें ये सड़क वार्ड क्र. 41 और 42 के बीच की है। दोनों वार्ड के जनप्रतिनिधियों ने उसे अपना क्षेत्र मानने से इंकार कर दिया। इस वजह से आज सड़क की दुर्दशा हो चुकी है। शोक पात्र में आगे लिखा है कि आप राजनीति में माहिर हैं लेकिन अफ़सोस आपको हम श्रद्धांजलि सभा में बुला नही पाएंगे। क्योंकि जिस सड़क से आपको आना था, उसकी अब मौत हो चुकी है।
साथ ही शोक पत्र में सुझाव देते हुए महापौर को कहा गया है कि विधायक निवास में बैठे-बैठे आप सड़क को श्रद्धांजलि दे देना लेकिन गलती से भी विधायक जी को मत बता देना, नहीं तो विधायक जी मुँह से बोलकर कल ही विज्ञप्ति में सड़क को जीवनदान दे देंगे।
पूर्व एल्डरमैन डॉ. प्रतीक उमरे ने बताया कि सड़क नंबर 1 वार्ड क्र. 41 और 42 कि मुख्य सड़कों में है, जिसमें गड्ढे ही गड्ढे है,आए दिन कोई ना कोई गिर कर चोटिल हो रहा है, कई बार निगम प्रशासन को इस विषय से अवगत कराने के बाद भी फंड नहीं होने का रोना रोकर इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। इसलिए व्यंग्यात्मक रूप से शोकपत्र भेज कर महापौर का ध्यानाकर्षित किया है,जल्द ही सड़क निर्माण नही किया गया तो उग्र आंदोलन एवं प्रदर्शन किया जायेगा।