SYDNEY. आप कितने भी बड़े फिटनेस फ्रीक क्यों न हों, एक दिन में 10, 20, 50 या 100 पुश-अप्स के बाद हिम्मत हार जाएंगे। मसल्स ऐसे दर्द करेंगे कि मानों फट ही जाएंगे। बस किसी तेल मालिश वाले की याद आने लगेगी। मगर, यदि आपके दिल में कुछ नेक करने का इरादा हो, तो शायद भगवान भी आपकी मदद कर देंगे।
कुछ ऐसा ही ऑस्ट्रेलिया के एक युवक ने किया है। उसने एक दिन में 8,000 से ज्यादा पुश-अप्स लगाए हैं। सुनकर होश उड़ गए न। इस कारनामे की वजह से उसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज किया गया है। साथ ही इसकी वजह से 4 लाख मरीजों की मदद भी हो सकेगी।
एक ऑस्ट्रेलियाई फिटनेस उत्साही ने जब ऐसा कारनामा किया, तो इसे देखने और सुनने वाले लोगों की आंखें खुली की खुली रह गईं। किसी को भी विश्वास नहीं था कि वह ऐसा कुछ कर सकेगा। इस शख्स का नाम जैक्सन इटालियानो है। ऑस्ट्रेलिया का यह शख्स फिटनेस का दीवाना है और इसी बहाने चैरिटी का काम भी करता है।
इस कोशिश में छिल गई हथेली
जब जैक्सन ने चैरिटी के लिए स्टंट करना शुरू किया, तो उन्हें शायद इस बात का अंदाजा नहीं था कि वह रिकॉर्ड बना सकेंगे। आपको जानकर हैरानी होगी कि जैक्सन ने एक दिन में 8,008 पुश-अप्स किए। इस प्रक्रिया में उसकी हथेली भी छिल गई और उसकी मांसपेशियों में दर्द होने लगा। इसके साथ ही उन्होंने इससे पहले 12 घंटे में 5900 पुल-अप्स का पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया।
इसके बावजूद जैक्सन ने अपनी कोशिश जारी रखी और जल्द ही एक रिकॉर्ड बन गया। गिनीज बुक जैक्सन के हौसले की तारीफ करती है और यह भी लिखती है कि उसे जगह देना जरूरी है। दरअसल, इस उपलब्धि को हासिल करने वाले जैक्सन डिमेंशिया से पीड़ित लोगों की मदद करना चाहते थे।
4 लाख मरीजों की हो सकेगी मदद
जैक्सन ने इस संबंध में इंस्टाग्राम पर भी जानकारी साझा की। जैक्स ने पोस्ट किया कि मैं प्रत्येक पुश-अप्स के लिए एक डॉलर निकालने की कोशिश कर रहा हूं, जिसमें मुझे आपकी सहायता की भी जरूरत है। इस चैरिटी के जरिए डिमेंशिया को मात देने की कोशिश की जा रही है।
जैक्सन ने यह भी कहा कि जुटाई गई कोई भी धनराशि डिमेंशिया ऑस्ट्रेलिया नामक संस्था को दान कर दी जाएगी। इस अधिनियम के साथ, जैक्सन अपेक्षा से अधिक धन जुटाने में कामयाब रहे, जिससे चार लाख डिमेंशिया के मरीजों को मदद मिलेगी। तो आप ही बताइए कि क्या इस नेक नियत के काम में ऊपर वाले ने उसका साथ दिया या नहीं।