रायपुर। आज महाशिवरात्रि की रायपुर समेत प्रदेशभर में धूम रहेगी। आज मां पार्वती संग महादेव का ब्याह रचाया जाएगा। इससे पहले कल मां पार्वती को हल्दी-कुमकुम लगाने की परंपरा निभाई गई। इधर, भगवान की शादी में बाराती बनने के लिए भक्तों की भी तैयारी पूरी है। बारात में कोई भूत बनकर नाचेगा कोई प्रेत। दिनभर विवाहोत्सव के बाद भक्तों की रात साधना में गुजरेगी। इसके लिए शहर के लगभग सभी शिवालयों में विशेष व्यवस्था की गई है। महाशिवरात्रि, हटकेश्वरनाथ मंदिर, महादेव घाट
ऐसी मान्यता है कि महाशिवरात्रि पर शंकरजी ने पर्वतराज की पुत्री मां पार्वती से विवाह किया था। इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए शिव भक्त शहर में कई जगहों पर विवाहोत्सव का आयोजन करते हैं। आम शादियों की तरह इसमें भी सभी रस्में निभाई जाती हैं। इसी के तहत जिन जगहों पर विवाहोत्सव का आयोजन किया गया है वहां सोमवार को मां पार्वती को हल्दी लगाने की रस्म निभाई गई।
हटकेश्वरनाथ मंदिर से निकलेगी शिवजी की बारात
हटकेश्वरनाथ मंदिर से दोपहर 1 बजे शिवजी की बारात निकाली जाएगी जो 4-5 घंटे तक आसपास के इलाकों में भ्रमण करने के बाद सत्यम विहार कॉलोनी में सूरज सिंह ठाकुर के घर पहुंचेगी। यहां सूरज व उनकी पत्नी ज्योति ठाकुर पर्वतराम हिमाचल और रानी मैना बनकर शिवजी और पार्वती का ब्याह कराएंगे।
चारों प्रहर विशेष पूजा, 25 फीट ऊंचे त्रिशूल की स्थापना होगी
बोरियाकला में शंकराचार्य आश्रम स्थित शिव मंदिर में इस अवसर पर दिनभर विशेष पूजन किया जाएगा। स्वामी डॉ. इंदुभवानंद ने बताया कि चारों प्रहर शिवलिंग का दूध-जल आदि विशेष द्रव्यों से अभिषेक होगा। वहीं, सुरेश्वर महादेवपीठ में इस अवसर पर सुबह 10.30 बजे स्टील से बने 25 फीट ऊंचे त्रिशूल की स्थापना की जाएगी।
(TNS)