RAIPUR. ट्विटर पर एक दिल को छू लेने वाली पोस्ट में विक्रम ने एक छोटी और साधारण थाली की तस्वीर साझा की। इसके साथ उन्होंने बताया कि इस छोटी सी थाली में मां के अलावा सिर्फ विक्रम को और उनकी भतीजी को ही खाने की अनुमति थी।
बच्चों की छोटी से छोटी उपलब्धि भी माता-पिता के लिए महत्वपूर्ण होती है। बड़े होने पर बच्चे भले ही उन्हें भूल जाएं, लेकिन मां-बाप उसे कभी नहीं भूलते हैं। इसकी एक बानगी डेंटिस्ट बेटे ने ट्विटर पर पोस्ट की है। उसकी कहानी बहुत मार्मिक है। डेंटिस्ट विक्रम एस बुद्धनेसन ने इसके साथ कैप्शन में लिखा है कि मां की मौत के बाद उन्हें पता चला कि आखिर 24 साल तक उनकी मां एक छोटी सी प्लेट में ही क्यों खाना खाती रहीं।
This is Amma's plate.. she used to eat in this for the past 2 decades.. it's a small plate.. she allowed only myself and chulbuli (Sruthi, my niece) only to eat in this other than her.. after her demise only I came to know through my sister, that this plate was a prize won by me pic.twitter.com/pYs2vDEI3p
— Vikram S Buddhanesan (@vsb_dentist) January 19, 2023
ट्विटर पर एक दिल को छू लेने वाली पोस्ट में विक्रम ने एक छोटी और साधारण थाली की तस्वीर साझा की। इसके साथ उन्होंने बताया कि इस छोटी सी थाली में मां के अलावा सिर्फ विक्रम को और उनकी भतीजी को ही खाने की अनुमति थी। विक्रम को इसका कारण अपनी मां की मृत्यु के बाद ही पता चला। उसने कहा कि उसकी बहन ने उसे बताया कि उसने 1999 में इस थाली को पुरस्कार के रूप में जीता था। उस वक्त वह 7वीं कक्षा में पढ़ता था। उसने बहुत भावुक होकर लिखा कि मां 24 सालों से वह इस थाली से खा रहा है कि मैं जीतकर लाया था। उसने मुझे बताया भी नहीं।
विक्रम ने 19 जनवरी को यह ट्वीट किया था। इसे 14,000 से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं। इस पोस्ट को पढ़ने के बाद हर किसी को अपनी मां की याद जरूर आई होगी। जो लोग अपनी मां से दूर रह रहे हैं या जिनकी मां अब इस दुनिया में नहीं हैं, वे जरूर भावुक हुए होंगे।
ऐसे ही एक यूजर ने कमेंट किया कि कितना प्यारा..अम्मा हमेशा आपके साथ हैं। एक अन्य यूजर ने कहा मैं जानता हूं कि यह आपके लिए बहुत मुश्किल समय है… चाहे कुछ भी हो जाए, वह हमेशा आपके साथ रहेंगी… हमेशा आपको स्वर्ग से आशीर्वाद दें। समय आने पर चीजें बेहतर होंगी। मुझे यकीन है कि तुम उसके लिए एक बहुत अच्छे बेटे रहे होगो।