रायपुर। प्रदेश में उत्तर से शुष्क और ठंडी हवा हवा आ रही है, जिसके चलते प्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है।22 दिसंबर से प्रदेश में उत्तर से ठंडी और शुष्क हवाओं के कारण मौसम शुष्क रहने की संभावना है। प्रदेश में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होने की संभावना है।
ठंड को देखते हुए मुख्यंत्री भूपेश बघेल ने सभी कलेक्टरों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि जरूरतमंदों को कंबल दें। मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों को सार्वजनिक स्थलों विशेषकर चौक-चौराहों, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, यात्री प्रतीक्षालय आदि स्थानों में रात के समय अलाव की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। साथ ही समाजसेवी संस्थाओं, दान-दाताओं की मदद से बेसहारा एवं जरूरतमंद लोगों को गर्म कपड़े एवं कम्बल आदि वितरण कराए जाने को कहा है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को शीत-घात से बचने के लिए एहतियात के तौर पर भोजन, पानी, ईधन, बैटरी चार्जर, आपातकालीन प्रकाश और साधारण दवाओं की व्यवस्था करने की सलाह दी है।
घर से बाहर निकलते समय नाक, कान और मुंह को अच्छी तरह से ढककर रखने की सलाह दी गई है। शीत के प्रकोप से बचने के लिए लोगों को गर्म कपड़े, कम्बल आदि का उपयोग करने, खिड़की-दरवाजें अच्छी तरह से बंद रखने तथा आवश्यकतानुसार सुरक्षित तरीके से अलाव की व्यवस्था भी करने को कहा गया है।
बुजुर्ग लोगों, नवजात शिशुओं तथा बच्चों का विशेष ध्यान रखने के साथ ही आवश्यकता अनुसार रूम हीटर का उपयोग दौरान पर्याप्त हवा निकासी का प्रबंध रखने को कहा गया है। कमरों को गर्म करने के लिए कोयले का प्रयोग न करें। अगर कोयले तथा लकड़ी को जलाना आवश्यक है, तो उचित चिमनी का प्रयोग करें। बंद कमरों में कोयले को जलाना खतरनाक हो सकता है, क्योंकि यह कार्बन मोनोऑक्साइड जैसी जहरीली गैस पैदा करती है, जो किसी की जान लेवा है।