रायपुर (raipur)। छत्तीसगढ़ (chhattisgarh) में अब शहीदों (martyr) के नाम पर सम्मान (honour) दिया जाएगा। डीजीपी मेरिट स्कॉलरशिप (DGP Merit Scholarship) और सम्मन निधियों का भी नाम बदल दिया गया है। मुख्यमंत्री (chief minister) भूपेश बघेल के निर्देश पर पुलिस विभाग (police department) में यह तब्दिली की गई है।
पुलिस विभाग से मिली जानकारी अनुसार प्रचलित डीजीपी मेरिट स्कॉलरशिप योजना (Scholarship Scheme) और सम्मान निधियों (honor funds) का नाम अब शहीदों के नाम पर रखा गया है। अब शहीद विनोद चौबे के नाम पर दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ शासन के निर्देश के पालन में डीजीपी मेरिट स्कॉलरशिप योजना का नाम परिवर्तित कर शहीद विनोद कुमार चौबे मेरिट स्कॉलरशिप योजना किया गया है। इस योजना में पुलिस परिवार के अध्ययनरत बच्चों को 10वीं बोर्ड परीक्षा में 85 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने पर 2 हजार रुपए प्रतिमाह 2 वर्ष तक और 12वीं कक्षा में 80 प्रतिशत या अधिक अंक प्राप्त करने पर 3 हजार रुपए प्रतिमाह स्नातक स्तर तक की शिक्षा के लिए प्रदान किए जाएंगे।
इस सम्मन का भी नाम बदला
वर्तमान में पुलिस परिवार के बच्चों को भारत के किसी भी प्रतिष्ठित संस्थान से स्नातकोत्तर शिक्षा पूर्ण करने के लिए छात्र-छात्राओं को 5 हजार रुपए प्रतिमाह छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस विभाग के शहीदों के परिजनों को दी जाने वाली शहीद सम्मान निधि का नाम परिवर्तित कर शहीद भास्कर दीवान सम्मान निधि एवं सामान्य प्रकरणों में सेवानिवृत्ति पर प्रदान की जाने वाली सेवा सम्मान निधि का नाम परिवर्तित कर शहीद राजेश पवार सम्मान निधि किया गया है।
सम्मान निधि 5 लाख रुपए
सम्मान निधि मामले में यह उल्लेखनीय है कि शहीद सम्मान निधि के रूप में परिवारजनों को 5 लाख रुपए एवं सेवा सम्मान निधि के रूप में सेवानिवृत्ति पर कर्मचारी को 2 लाख रुपए की राशि प्रदान की जाती है।
(TNS)