BIKANER.राजस्थान के बीकानेर में रविवार तड़के रिक्टर पैमाने पर 4.2 तीव्रता का भूकंप आया. नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक भूकंप रविवार तड़के 2 बजकर 16 मिनट पर आया. एनसीएस ने कहा कि भूकंप की गहराई जमीन से 8 किमी नीचे थी. एनसीएस ने ट्वीट किया, ‘राजस्थान के बीकानेर में रविवार तड़के भारतीय समयानुसार 2 बजकर 16 मिनट र 4.2 तीव्रता का भूकंप आया. भूकंप 8 किलोमीटर की गहराई पर 28.40 लैटिट्यूड औरम 68.06 लांगीट्यूड पर आया.’ अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग में भी शनिवार-रविवार रात को रिक्टर पैमाने पर 3.5 तीव्रता का भूकंप आया.
बीकानेर से 516 किमी दूर रहे केंद्र के बावजूद भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. अपने-अपने घरों में सोए हुए लोग झटका महसूस करते ही घरों के बाहर निकल आए. एनसीएस के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश के चांगलांग में शनिवार-रविवार रात एक बजकर 45 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. अरुणाचल प्रदेश के आए भूकंप के लगभग आधा घंटा बाद राजस्थान के बीकानेर में भूकंप के झटके महसूस किए गए. हालांकि भूकंप की दोनों ही घटनाओं में किसी भी तरह के जान-माल के फौरी नुकसान की कोई सूचना नहीं है.
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से देश के कई हिस्सों में भूकंप के झटके महसूस किए जा रहे हैं. छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में शुक्रवार सुबह भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. नेशनल सेंटर ऑफ सीस्मोलॉजी के अनुसार सुबह 10:31 बजे मध्य प्रदेश में ग्वालियर के पास 4.0 तीव्रता का भूकंप आया, जबकि अंबिकापुर छत्तीसगढ़ के पास 10:28 बजे 3.9 तीव्रता का भूकंप आया. छत्तीसगढ़ के अंबिकापुर में लगभग छह सेकंड के लिए झटके महसूस किए गए. इसके पहले बीते मंगलवार को दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश, जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश और छ्ततीसगढ़ में भूकंप के झटके मसूसस किए गए थे.
पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र को दुनिया के सबसे खतरनाक भूकंपीय जोन में माना जाता है. पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में धरती के नीचे अलग-अलग टेक्टोनिक प्लेटों में निरंतर संघर्ष चलता रहता है. इससे यहां के भूगर्भीय क्षेत्र में बड़ी मात्रा में ऊर्जा संग्रहीत हो रही है और यही ऊर्जा बड़े पैमाने पर भयंकर भूकंप का कारण बन सकती है. वैज्ञानिकों का कहना है कि धरती की परत कई प्लेट्स से मिलकर बनी है. भारतीय प्लेट्स हर साल 5 सेंटीमीटर तक खिसक रही है.