दुर्ग। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए दुर्ग जिले में सभी शासकीय व निजी स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। 7 जनवरी से आदेश प्रभावी हो जाएगा इसके साथ ही कक्षा पहली से लेकर 12वीं तक ऑफलाइन के कक्षाएं कक्षाएं बंद रहेंगे वही ऑनलाइन क्लासेस जारी रहेंगे।
बता दें कि जिले में कोरोना संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। पिछले एक सप्ताह के भीतर मामलों में बेतहाशा वृद्धि हुई है। इस दौरान बच्चे भी बड़ी संख्या में संक्रमित हो रहे हैं। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है। इस संबंध में आज अपर कलेक्टर पद्मिनी भोये ने कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे के निर्देश पर आपातकालीन बैठक भी बुलाई। बैठक में विभिन्न वर्गों के लोग शामिल हुए और अपने अपने सुझाव भी दिए। सुझावों को अमल करते हुए जिला प्रशासन ने सबसे पहले स्कूलों को बंद करने का आदेश जारी कर दिया है। 7 जनवरी से कक्षा पहली से बारहवीं तक जिले के सभी शासकीय व निजी स्कूल आगामी आदेश तक बंद रहेंगे।
कलेक्टर द्वारा जारी आदेश के अनुसार दुर्ग जिले में रात 9:00 बजे से सुबह 6:00 बजे तक रात्रि कालीन कर्फ्यू लगा दिया गया है। कोविड-19 का पालन करते हुए थोक व्यापार, सब्जी मंडी में लोडिंग अनलोडिंग के अनुमति होगी। पेट्रोल पंप, दवाई दुकान, दवाई की डिलीवरी, एंबुलेंस आदि को प्रतिबंद से छूट रहेगी। दुर्ग जिले के अंतर्गत स्कूलों के अलावा आंगनबाड़ी केंद्र, लाइब्रेरी स्विमिंग पूल बंद रहेंगे। वैक्सीनेशन के लिए 15 से 58 आयु वर्ग के बच्चों को स्कूल परिसर में कोविड-19 फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए ही बुलाया जा सकता है। दुर्ग जिले के अंतर्गत सभी मॉल, सिनेमाघर, होटल, रेस्टोरेंट, ऑडिटोरिय, मैरिज हॉल एवं अन्य आयोजनों को आगामी आदेश तक 33 फीसदी उपस्थिति के साथ संचालित किया जा सकेगा।
उल्लेखनीय है कि दुर्ग जिले में बीते 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड 196 नए केस सामने आए। इससे पहले भी कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते रहे। दुर्ग जिले के साथ ही प्रदेश में भी संक्रमण का स्तर काफी बढ़ गया है। राजधानी रायपुर, बिलासपुर, रायगढ़ व कोरबा में भी संक्रमण के मामले काफी बढ़ गए हैं। रायपुर बिलासपुर व रायगढ़ में पहले ही स्कूलों को बंद करने का निर्देश जारी कर दिया गया था। संभावना जताई जा रही थी कि दुर्ग जिले में भी जल्द ही इस संबंध में आदेश जारी कर दिया जाएगा।