THIRUVANANTHPURAM. पुलिस अक्सर हेलमेट नहीं पहनने पर बाइक या स्कूटी का चालान काटती है। इसके अलावा वैद्य ड्राइविंग लाइसेंस नहीं होने, आरसी नहीं होने पर भी कार्रवाई की जाती है। साथ ही अगर गाड़ी का पॉल्यूशन कंट्रोल सर्टिफिकेट नहीं है, तो भी चालान काटा जाता है। ये नियम उन वाहनों पर लागू होता है, जिनसे धुंआ निकलता है।मगर, केरल में पुलिस ने एक अनोखा कांड कर दिया है। इस वजह से केरल की यह घटना इंटरनेट पर वायरल हो गई है। दरअसल पुलिस एथर 450X के मालिक को प्रदूषण नियंत्रण प्रमाणपत्र नहीं होने पर जारी किया गया ट्रैफिक चालान काट दिया, जबकि इलेक्ट्रिक वाहनों से प्रदूषण नहीं होता है। सोशल मीडिया ग्रुप पर पोस्ट की गई घटना केरल ट्रैफिक पुलिस द्वारा जारी किए गए चालान की रसीद दिखाती है। चालान रसीद के मुताबिक, केरल पुलिस ने ‘मांगने पर पॉल्यूशन अंडर कंट्रोल सर्टिफिकेट (पीयूसीसी) नहीं दिखाने’ का चालान जारी किया। लड़के को 250 रुपये का चालान काटा गया है।
इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए PUCC की कोई आवश्यकता नहीं है
यदि आप अभी भी सोच रहे हैं कि यह गलत क्यों है, तो आपको पता होना चाहिए कि पीयूसीसी इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उपलब्ध नहीं है। ये प्रमाणपत्र केवल उन वाहनों पर लागू होते हैं जिनमें धुंआ निकलता है। बिना एग्जॉस्ट वाली इलेक्ट्रिक कारों के लिए भी PUCC की जरूरत नहीं है।
पुलिस एथर 450X इलेक्ट्रिक स्कूटर के सवार को “प्रदूषण नियंत्रण के तहत नहीं” प्रमाणपत्र के लिए चालान जारी करती है। हालांकि, यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि सभी जीवाश्म ईंधन वाहनों के लिए पीयूसीसी अनिवार्य है। प्रमाण पत्र प्रस्तुत करने में विफल रहने पर भारी चालान हो सकते हैं। दिल्ली जैसे कुछ राज्यों में पुलिस 10,000 रुपये तक का चालान जारी कर सकती है। बताते चलें कि भारत वर्तमान में अपनी ईंधन मांग का 82% से अधिक विदेशी बाजारों से आयात करता है। इसकी वजह से काफी मात्रा में विदेशी मुद्रा भी हाथ से निकल जाती है और प्रदूषण को लेकर भी चिंता रहती है। लिहाजा, सरकार इलेक्ट्रिक वाहनों को खरीदने के लिए लोगों को प्रोत्साहित कर रही है।